नालागढ़ (सोलन): केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन (सीडीएससीओ) के अक्तूबर के ड्रग अलर्ट में हिमाचल के फार्मा उद्योगों की 13 जबकि देशभर की 36 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं. हिमाचल प्रदेश के उद्योगों में बनने वाली दवाएं लगातार मानकों पर खरा नहीं उतर रही हैं. औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन की 9, कांगड़ा जिले की 2, सिरमौर और ऊना जिले की 1-1 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं.
औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन की 9, कांगड़ा जिले की 2, सिरमौर और ऊना जिले की 1-1 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं. ये दवाएं आंखों के उपचार, एंटीबायोटिक, दर्द निवारक, त्वचा रोग, फंगल इन्फेक्शन, मधुमेह आदि के उपचार में काम में आती हैं. सीडीएससीओ ने पिछले माह देशभर से 1163 दवा सैंपल एकत्रित किए थे. इसमें से 1127 दवाएं मानकों पर खरा उतरीं और 36 दवाएं सब स्टैंडर्ड पाई गईं.
हिमाचल में फेल होने वाली दवाओं में हनुकैम लैबोरेट्रीज मानपुरा बद्दी की एजीथ्रोमाईसिन ओरल सस्पेंशन, बायोजेनेटिक ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड झाड़माजरी बद्दी की आई ब्रूफेन टैबलेट, पार्क फार्मास्यूटिकल कालूझिंडा बद्दी की मॉक्सीफोर्ड आई ड्राप, आपास्वामी आक्यूलर डिवाइस प्राइवेट लिमिटेड काठा बद्दी की टोबोटर आई ड्राप, क्योरटेक स्किनकेयर भटौलीकलां बद्दी की बेटामैथासोन डिपरोपायोनेट क्रीम, मेडिका लैबस ढांग निहली नालागढ़ की एमोक्सीसिलिन एंड पोटाशियम कलवनेट टैबलेट, जीएनबी मेडिका लैब जगातखाना नालागढ़ की सेफिजिम डिस्पेरसिबल टैबलेट, एलगेन हेल्थकेयर खड़ाखेड़ी कालाअंब सिरमौर की लूलीकोनाजोल क्रीम, विंगस बायोटेक एचपीएसआईडीसी बद्दी की कैलशियम कार्बोनेट टैबलेट.
जीएनबी मेडिका लैबस ढांग निहली नालागढ़ की एमोक्सीसिलिन पोटाशियम कलवनेट विद लैक्टिक एसिड बेसिलस टैबलेट, टाईटेनस फार्मा बाथू हरोली ऊना की मेटफॉरमिन हाईड्राक्लोराईड सस्टेन रिलीज टैबलेट, केयरमैक्स फॉर्मूलेशन इंडस्ट्रियल एरिया संसारपुर टैरेस कांगड़ा का अमिकासिन सलफेट इंजेक्शन, टैरेस फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रियल एरिया संसारपुर टैरेस कांगड़ा की रैमप्रिल टैबलेट शामिल है.
इन दवाओं के सैंपल सीडीएससी सब जोन इंदौर, सीडीएससीओ नॉर्थ जोन गाजियाबाद, सीडीएससीओ सब जोन बद्दी, ड्रग्स कंट्रोल आफिस रोहतक, सीडीएससीओ हैदराबाद, ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट अरुणाचल प्रदेश से लिए गए हैं. इनकी जांच सीडीटीएल मुंबई, आरडीटीएल चंडीगढ़, सीडीएल कोलकाता, आरडीटीएल गुवाहाटी में की गई है.
सैंपल फेल होने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए जाएंगे, वहीं फेल हुए सैंपलों के बैच मार्किट से हटाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.