रांची: सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर जाने के लिए सार्वजनिक कम्प्यूटर/साइबर कैफे का प्रयोग न करें क्योंकि यह आपके लॉगिन क्रीडेशियल्स सहित आपके की-स्ट्रोक्स कैप्चर करने वाले किसी की-लॉगर एप्लीकेशन के साथ इनफेक्टेड/संस्थापित किया हुआ हो सकता है.
यदि किसी के साथ ऑनलाइन बातचीत करते हुए बातचीत करने वाले पक्ष के बारे में आपको कुछ संदेहास्पद महसूस हो तो बातचीत के विषय से हटकर कुछ वैज्ञानिक या गणितीय प्रश्न पूछने की कोशिश करें. इससे खतरा कुछ हद तक कम हो सकता है.
आपको बता दें कि इसी तरह के साइबर क्राइम से बचने के लिए साइबर क्राइम पोर्टल भारत सरकार का आधिकारिक ट्विटर हैंडल है. जिसपर समय समय पर तरह तरह की जानकारी दी जाती है.