रांची: चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की तबीयत खराब होने के बाद रिम्स प्रशासन और डॉक्टरों की पूरी टीम उनके स्वास्थ्य पर पैनी नजर बनाये हुए है. वहीं लालू प्रसाद के खराब स्वास्थ्य को लेकर उनके अधिवक्ता की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इलाज के लिए पैरोल का भी आग्रह किये जाने के विकल्प पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया गया है.
लालू प्रसाद के खराब स्वस्थ्य को लेकर रिम्स निदेशक ने बताया गया है कि उनकी तबीयत स्थिर है और दिल्ली एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से भी डॉक्टरों की टीम लगातार संपर्क में है. उन्होंने बताया कि लालू प्रसाद की तबीयत खराब होने की सूचना मिलने पर कई टेस्ट कराये गये हैं, कुछ जांच की रिपोर्ट आ चुकी है, तो कुछ रिपोर्ट आनी बाकी है. आरजेडी प्रमुख के स्वास्थ्य जांच में जुटे चिकित्सकों ने बताया कि निमोनिया और लंग्स में संक्रमण मिलने के बाद उनका एक्स-रे भी कराया गया, साथ ही कोरोना टेस्ट भी कराया गया है.
इधर, लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर आरजेडी नेताओं-कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों में खासी चिंता देखी जा रही है. लालू प्रसाद पूर्व से ही करीब एक दर्जन गंभीर बीमारियों से पीड़ित है, उनका किडनी भी 25 से 30 प्रतिशत ही काम कर रहा है, शुगर के मरीज पहले से है. ऐसे में लालू प्रसाद के अधिवक्ता हाईकोर्ट में उनके समुचित इलाज को लेकर पैरोल देने के लिए याचिका दायर कर सकते है.
सूत्रों के मुताबिक, इस संबंध में लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव ने भी अधिवक्ता से चर्चा की है. यह भी संभावना जतायी जा रही है कि लालू प्रसाद से मुलाकात के लिए कई आरजेडी नेता और उनके परिवार के सदस्य रांची आ सकते है. जेल मैनुअल के मुताबिक शनिवार को लालू प्रसाद से तीन लोगों को मुलाकात की अनुमति दी जाती है, जबकि विशेष परिस्थिति में अनुमति लेकर भी लालू प्रसाद से मुलाकात की जाती रही है.