रांचीः ऐतिहासिक बड़का गढ़ दुर्गा पूजा के लिए आनी मौजा स्थित प्राचीन दुर्गा देवी घर नव पत्रिका को डोली में ले जाने के लिए डोली बन कर तैयार है. यह डोली अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के परिवार की बहुओं के द्वारा उपयोग किया हुआ धोया हुआ साड़ियों से बनाया जाता है.
ऐतिहासिक तथ्य यह है कि जब अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव की धर्म पत्नी 1880 में जगन्नाथ पुर मंदिर रथयात्रा मेला परिसर में बस गयीं, तब तक1858 में अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के अंग्रेजी हुकूमत के द्वारा गिरफ्तार कर लेने के पश्चात, महारानी ववानेश्वरी कुंवर ने महाराजा विश्वनाथ शाहदेव के इकलौते वारिश एक वर्षिये कपीलनाथ शाहदेव को लेकर अपने पचास साठ सैनिकों के साथ कुछ सोना चांदी लेकर गुप्तवास के लिए प्रस्थान कर गयी. जब जगन्नाथपुर आतीं तबतक सब समाप्त हो चुका था, इसी लिए जो उपलब्ध था, उसी में पुजा करने की परंपरा बन गई.