मुजफ्फरपुर: अहियापुर में जिंदा जलाई गई छात्रा की हालत बिगड़ती जा रही है. फिलहाल पटना के एक बर्न हॉस्पिटल में पुलिस अभिरक्षा के बीच सरकारी खर्च पर इलाज कराया जा रहा है. अब भी उसके दिलो-दिमाग में दबंगों की क्रूरता कौंध रही है, पर हौसला मजबूत है.
बुधवार रात दोबारा बयान दर्ज कराने के समय महिला थाने की थानेदार आभा रानी के समक्ष उसने अपने सुदृढ़ इरादे का परिचय दिया.
गुरुवार को एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि पूर्व व अब के बयान में कुछ अंतर है. पुलिस को छात्रा ने बताया कि वह अभी मरना नहीं चाहती है. वह राजा राय को फांसी दिलाना चाहती है. वह पुलिस पदाधिकारी से भी बार-बार यही कहती रही. दूसरी तरफ पीड़िता की हालत बिगड़ने से परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है.
वहीं घटना के पांचवे दिन भी फरार दूसरा आरोपित मुकेश पुलिस के शिकंज में नहीं आ सका है. ऐसे में पुलिस कार्रवाई में शिथिलता की चर्चा शहर में होती रही. हालांकि एसएसपी ने दावा किया कि पुलिस दूसरे आरोपित की तलाश में छापेमारी कर रही है. मोहल्लेवासियों से पूछताछ होगी.
मोहल्ले में सन्नाटा
छात्रा को जिंदा जलाने के बाद से अबतक उसके मोहल्ला और इसके आसपास के लोग खौफ में हैं. बच्चियां घरों से कम ही निकल रही हैं. मोहल्ले के लोग चुप हैं. वे लोग इस घटना के संबंध में बात करने से परहेज कर रहे हैं. आरोपित राजा राय व उसके शागिर्दों का खौफ पहले से मोहल्ले में रहा है.
किसने मिटाया घर से साक्ष्य ?
पुलिस कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही है. घटना के कई दिनों बाद तक पुलिस को इसकी जानकारी नहीं हो सकी है कि पीड़ित छात्रा के घर से साक्ष्य किसने मिटाये.
पुलिस को अबतक किरोसिन का डिब्बा और छात्रा के जले कपड़े नहीं मिले हैं. इसकी तलाश में बुधवार को सिटी एसपी प्रमोद कुमार मंडल भी पीड़ित छात्रा के घर गए थे. लेकिन, उन्हें कुछ नहीं मिला.
बता दें कि पुलिस को पीड़िता के पिता ने इस संबंध में जानकारी भी दी थी.