रांची: वैश्विक महामारी कोविड -19 के प्रसार के रोकथाम के लिए रांची जिले में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही संक्रमण की रोकथाम के लिए रांची जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं. इसके तहत नामकोम प्रखंड में मेडिकल स्क्रीनिंग की गई. स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम ने घर-घर पहुंचकर लोगों की स्क्रीनिंग की ताकि कोरोना के लक्षण वाले संभावित लोगों की पहचान हो सके.
700 घरों तक पहुँची मेडिकल टीम, 3000 लोगों की स्क्रीनिंग.
उपायुक्त राय महिमापत रे के निदेशानुसार नामकोम प्रखंड के चुटिया और मुरुंग टोली में डोर टू डोर मेडिकल स्क्रीनिंग की गई. अलग- अलग मेडिकल टीम में डॉक्टर, एएनएम एवं सहियाओं को सम्मिलित किया गया था. जिन्होंने घर-घर जा कर लोगों से कोरोना के संभावित लक्षणों के बारे में पूछ ताछ की साथ ही इंफ्रारेड थर्मल स्कैनर के जरिए सभी के बॉडी टेम्प्रेचर भी की जांच की गई. इस दौरान कुल 700 घरों तक पहुंच कर लगभग 3000 लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गई.
गौरतलब है कि जिले के कुछ इलाकों से कोरोना संक्रमित मामले सामने आने के बाद कंटेनमेंट व माइक्रो कंटेनमेंट जोन/बफर जोन बनाया गए हैं. कोरोना वायरस के संभाव्य प्रसार को देखते हुए सभी क्षेत्रों में मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है. जिससे कि कोई भी अगर कोरोना का संदिग्ध हो तो उसका सैंपल ले कर जांच के लिए आगे भेजा जा सके.
राशन एवं हाइजीन किट का वितरण
डोर टू डोर मेडिकल स्क्रीनिंग के दौरान अंचल अधिकारी नामकुम द्वारा कंटेनमेंट जोन में स्थित घरों में राशन किट का वितरण किया गया. साथ ही कंटेनमेंट और बफर जोन के घरों में हाइजीन किट का भी वितरण किया गया. वितरण किए गए हाइजीन किट रिलायंस फाउंडेशन की ओर से प्रदान किए गए थे.
इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अलग-अलग हिस्सों में मॉनिटरिंग हेतु जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित सदर अस्पताल के वरीय प्रतिनिधियों को लगाया गया था.