रांची: आज डायबिटीज जिस तरह से लोगों को अपना शिकार बना रही है बहुत ही चिंता की बात है हर पांच में से एक व्यक्ति साइलेंट किलर के चपेट में है. एक ऐसी बीमारी जो कई बीमारी को जन्म देती है. आजकल हर घर में डायबिटीज से लोग ग्रसित हैं. पूरे विश्व में 8 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं आने वाले 2045 मैं यह संख्या 3 गुना हो सकती है. अगर भारत की बात करे तो करीब 12 करोड़ लोग डायबिटीक है और 7 करोड़ लोग प्री डायबिटीक. पूरे विश्व मे हर 8 मिनट में एक डायबिटीज रोगी की मृतयु होती है और उसी 8 मिनट में एक डायबिटीक रोगी पैदा होता है.
अंतः जरूरत है कि हम जीवन शैली में सुधार लाने की, क्योंकि जीवन शैली में सुधार लाकर ही हम बीमारी से बच सकते है. यहां तक बातें आस्था फाउंडेशन द्वारा गौसनेर कॉलेज में चलाए जा रहे वॉक फॉर लाइफ अभियान के दौरान सैकड़ों छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए रांची के मशहूर गायनोकोलॉजिस्ट डॉक्टर सौम्या सिन्हा ने कही. डॉक्टर प्रवीण झा ने कहा कि अगर हम अपने खाने-पीने पर संयम रखें, तलाई पदार्थ का कम उपयोग करें, प्रतिदिन 45 मिनट टहले तो हद तक इस बीमारी से बचा जा सकता है.
डाइटिशियन स्नेहा वर्मा ने छात्राओं से खाने-पीने एवं समय पर उठने की सलाह दी उन्होंने छात्राओं से अपील की आप अभी से अपने खाने-पीने के प्रति संयम रखें जंक फूड, फैटी फूड से थोड़ा बच्चे से थोड़ा ब बचे. अगर मोटापा हो रहा है तो सचेत रहें क्योंकि यह डायबिटीज का लक्षण दिखाने लगता है. संस्था के सचिव पुरुषोत्तम सिंह ने कहा की आस्था फाउंडेशन वॉक फॉर लाइफ के नाम से डायबिटीज जागरूकता अभियान पूरे भारतवर्ष में चला रही है.
आज के युवाओं बच्चों को इस बीमारी से तभी बचाया जा सकता है जब उन्हें जीवन शैली के प्रति जागरूक किया जाए. इसी संधर्भ में अवेयरनेस रैली निकाली गई जिसमें सभी छात्र एवं छात्राओं ने जागरूकता नारे लगाए.