रांची : राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सोमवार को हटिया डैम का निरीक्षण किया. मंत्री ने हटिया डैम में पानी की कमी के विभिन्न आयामों के विषय में पथ निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग तथा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के वरीय अभियंताओं के साथ स्थल निरीक्षण किया. निरीक्षण का मुख्य बिन्दु था कि हटिया डैम के कैचमेंट एरिया में पानी की कमी का मुख्य कारण क्या है. इस क्रम में रिंग रोड का भी निरीक्षण किया गया. रिंग रोड के कारण आंशिक रूप से जल प्रवाह में बाधा उत्पन्न हुई है. स्थल निरीक्षण के उपरांत यह बात उभर का आई कि हटिया डैम के Upstream क्षेत्रों जैसे नगड़ी, रातु इत्यादि क्षेत्रों में कम वर्षा होने के कारण डैम में पानी की कमी हुई है. स्पष्ट प्रमाण के रूप में स्वर्णरेखा नदी को लिया जा सकता है, जो बिल्कुल सूखी हुई है. जबकि हटिया डैम का मुख्य स्रोत स्वर्णरेखा नदी है.
इन सब कारणों के विषय में और संभावित विकल्पों की तलाश हेतु मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने संबंधित विभागों के अभियंताओं की एक समिति गठित करने का निर्देश दिया. यह समिति स्थल निरीक्षण कर तीन दिनों के अंदर जल की कमी के कारणों के संबंध में अपनी रिपोर्ट देगी. मंत्री ने कहा कि समिति के रिपोर्ट के आधार पर आगामी योजना बनायी जायेगी। पेयजल विभाग इस मामले में बहुत ही गंभीर है. मंत्री ने बताया कि हटिया डैम में जल स्तर बढाने के लिये एवं नये जल स्रोत विकसित करने के लिये हर संभव कोशिश की जायेगी. हटिया डैम निरीक्षण कार्यक्रम में पेयजल विभाग के अभियंता प्रमुख श्वेताभ कुमार, मुख्य अभियंता नवरंग सिंह, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता नागेश मिश्रा तथा नागेन्द्र तिवारी, पथ निर्माण के अभियंताओं के अलावे पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता एवं कनीय अभियंता उपस्थित थे.