चाईबासा:- पश्चिमी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर के द्वारा जानकारी दी गई कि वर्तमान वैश्विक महामारी के इस संकट काल में विद्यालयों के बंद रहने से बच्चों की पढ़ाई का एकमात्र साधन ऑनलाइन तरीके से पाठ्यक्रम आधारित डिजिटल शिक्षा उपलब्ध करवाना ही है तथा इसके लिए आवश्यक है कि जिले के शिक्षक भी डिजिटल तकनीकी में दक्ष हो, जिसका लाभ छात्रों को मिलेगा. इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए झारखंड शिक्षा परियोजना के द्वारा नीति आयोग द्वारा चयनित पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से पूरे झारखंड में शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने का योजना तैयार किया गया है जिसका नाम डिजिटल फैसिलिटेशन स्किल एंड फसिलिटेटिंग रिमोट लर्निंग रखा गया है.
उन्होंने बताया कि इसी के तहत आज पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर धीरेंद्र कुमार के द्वारा जिले के चयनित 170 मास्टर ट्रेनर को ऑनलाइन तरीके से पहले मॉड्यूल लाइव वेबीनार वेस्ड टीचिंग से संबंधित विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस क्रम में जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर का चयन किया गया है तथा इन चयनित मास्टर ट्रेनर के द्वारा अपने नीचे 35 – 40 शिक्षकों की एक प्रोफेशनल लर्निंग कमेटी का गठन कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा, इससे लाभान्वित होने के उपरांत शिक्षक डिजिटल तरीके से विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम आधारित विभिन्न विषयों पर लाभ दे पाएंगे.