दिल्ली: डिफेंस रिसर्च और डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने कहा है कि उसने देश की पहली स्वदेशी मशीन पिस्तौल ASMI (Pistol) बनाई है. इस मशीन पिस्तौल को DRDO ने सेना मदद से बनाई है. इस पिस्तौल को डिफेंस फोर्स में 9mm पिस्तौल को बदलने के बदलने के लिए तैयार किया गया है. इसे सेना के एक कार्यक्रम में दिखाया गया है. DRDO ने एक बयान जारी कर कहा है कि यह पिस्तौल 100 मीटर की रेंज पर फायर कर सकती है और यह जरायल की उजी सीरीज (Uzi series) की तोपों की श्रेणी में शामिल है.
इसके विकास के दौरान पिछले चार महीने में 300 राउंड की फायरिंग की गई. इसके अलावा DRDO की ही एक यूनिट Combat Vehicles Research and Development Establishment (CVRDE) के द्वारा unmanned aerial vehicles में लगने वाले Retractable landing gear systems को भी रविवार को नौसेना को सौंपा गया है. इस सौंपने के मौके पर DRDO के चेयरमैन जी सतीश रेड्डी (G Satheesh Reddy) ने कहा कि यह हमारे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और उन्होंने CVRDE को धन्यवाद किया.