खूंटी: जिले के कर्रा प्रखंड के विभिन्न इलाकों में खेतों में ही सब्जियां सूख गईं. खेतों में सूखी सब्जियों ने किसानों की आर्थिक हालात को कमजोर बना दिया है. खूंटी जिले के किसान मेहनती हैं चाहे वो 40 साल के हो या 70-80 साल के खेतों में अब भी उतनी ही मेहनत करते हैं.
मेहनत की तुलना में फसल भी खूब हुआ, लेकिन बाजार तक उत्पादन पहुंचाने के साधनों की कमी ने किसानों के जीवन की हरियाली छीन ली. कई किसान 50 हजार 60 हजार की कमाई कर लेते लेकिन बाजार की कमी ने खेतों में ही फसलों को सूखने के लिए छोड़ दिया. इससे जिले के किसानों की हालत गंभीर बन गयी है.
जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री के निर्देश पर भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता सह सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार ने किसानों से मुलाकात कर किसानों का हाल जाना.
कच्चाबारी, लोधमा पतराटोली, बिनगांव, लरता पंचायत, कुदलूम पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों के 95 प्रतिशत ग्रामीण खेती किसानी से जुड़े हुए हैं. लॉकडाउन में बाजार की कमी ने कृषि आधारित किसानों की कमर तोड़ दी है. साथ ही बेमौसम बारिश के कारण भी कई फसलें बर्बाद हो गईं.
इस दरमियान सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार ने भाजपा जिला महामंत्री विष्णु सोनी, महादेव आदि दल समुह ने कांटी, पोढ़ा, कुदलूम जाकर खेतीहर किसान आशीष धान, सनिका धान, समिरा धान, निरंजन महतो से मिले और उनके खेती की स्थिति को जाना.
अब कच्चाबारी, लोधमा पतराटोली, बिनगांव, लरता पंचायत, कुदलूम पंचायत के किसानों ने सरकार से उम्मीद लगायी है कि आने वाले समय मे किसान सरकार के सहयोग से फिर से खेतों के साथ साथ जीवन मे भी हरियाली ला सकें.