रामगढ़: झारखंड सरकार ने डीवीसी को बकाया बिल का भुगतान नहीं किया है. इसके कारण डीवीसी ने बिजली की कटौती शुरू कर दी है. बिजली कटौती का प्रभाव राज्य के 7 जिलों पर पड़ेगा. इन जिलों में हर दिन 6 घंटे तक बिजली मिलने की संभावना है.
पांच साल से बकाया है राशि
डीवीसी के कमांड क्षेत्र में राज्य के सात जिले आते हैं. इसमें रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, बोकारो, कोडरमा, धनबाद और गिरिडीह शामिल है. यहां प्रतिदिन 18 घंटा बिजली कटौती की जा सकती है. बताया जाता है कि भाजपा सरकार के पिछले 5 साल के कार्यकाल में डीवीसी का जेवीएनएल पर 4955 करोड़ रुपये बकाया है.
डीवीसी ने 25 फरवरी, 2020 तक इसका भुगतान करने को कहा था. बकाया बिल का भुगतान नहीं होने पर 50 प्रतिशत बिजली काटने की बात कही थी.
जिलों में मचा है हाहाकार
डीवीसी ने बकाया भुगतान नहीं होने पर ने 10 मार्च, 2020 से बिजली कटौती शुरू कर दी है. डीवीसी झारखंड में 300 एमवीए बिजली आपूर्ति जेवीएनएल को करती है. इससे जेवीएनएल झारखंड के 7 जिलों में बिजली आपूर्ति करती है. बिजली कटौती शुरू होने से इन जिलों में हाहाकार मच गया है.
सभी जिलों के लिए समय तय
डीवीसी के कमर्शियल विभाग ने पत्र जारी कर सभी जिलों में बिजली कटौती का समय भी निर्धारित कर दिया है. प्रत्येक 6 घंटे में मात्र 2 घंटे बिजली आपूर्ति करने की बात कही है. सभी जिलों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है. बिजली काटने और आपूर्ति में कटौती करने की पुष्टि डीवीसी और जेवीएनएल के अधिकारियों ने की है. रामगढ़ बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता सोरेन ने बताया कि डीवीसी ने बिजली कटौती शुरू कर दी है.