नेपाल में सुबह 10.30 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इससे कई इलाकों में लोग डर कर घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गई। अभी दो दिन पहले ही नेपाल में 4.3 तीव्रता के भूकंप के झटके दर्ज किए गए थे। इस भूकंप की वजह से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे। हालांकि, इसमें किसी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2015 में नेपाल में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। भारत के कुछ इलाकों में भी इसका प्रभाव देखा गया था। इस विनाशकारी भूकंप की बजह से नेपाल में करीब 9000 लोगों की मौत हुई थी जबकि करीब 22 हजार लोग घायल हुए थे। बता दें कि धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जहां भी ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, वहां पर भूकंप आने का खतरा होता है।