उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाॅन कोविड अस्पतालों में इमरजेन्सी सेवायें और ऑपरेशन शुरू करने के निर्देश दिये.
योगी ने गुरूवार को कहा कि सरकार ने सभी नाॅन कोविड अस्पतालों को कोरोना संक्रमण से बचाव के उपकरण जैसे पीपीई किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर आदि उपलब्ध कराये हैं. इमरजेन्सी सेवाओं में डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, वाॅर्ड ब्वाय इनका उपयोग करें. जिला अस्पतालों में इमरजेन्सी सेवाओं के तहत कार्यरत स्टाफ की सुविधा के लिए शीघ्र ही कोरोना जांच के लिए ट्रूनैट मशीन उपलब्ध करायी जायेगी.
उन्होंने कहा कि सभी कोविड-नाॅन कोविड अस्पतालों में पल्स आक्सीमीटर और इन्फ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए और इनका उपयोग हर-हाल में किया जाए. सभी अस्पताल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रोटोकाॅल और गाइडलाइन का अनुपालन करेंगे. मरीजों की स्क्रीनिंग की जाए. अस्पतालों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग करते हुए मरीजों को सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने के लिए कहा जाए.
मुख्यमंत्री ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों, विद्यालयों के प्रिन्सिपलों को सम्बोधित करते हुये कहा कि मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाए. कोरोना संक्रमण को अनावश्यक पैनिक न बनाया जाए. डाॅक्टर समेत अन्य स्टाफ का स्नेहपूर्ण व्यवहार मरीज की हौसला अफजाई करता है. इससे उसकी रिकवरी जल्दी होती है.
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गये अतिरिक्त/संयुक्त निदेशक जिलों के सीएमओ, सीएमएस इत्यादि के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कोविड अस्पतालों में मरीजों के इलाज तथा डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति इत्यादि की समीक्षा करें. डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ अनावश्यक सेल्फ क्वारण्टीन पर न जाएं. मेडिकल स्टाफ स्वयं को मेडिकल इन्फेक्शन से बचाने के लिए पूरी सावधानी बरते.
उन्होंने 30 मई तक प्रदेश के कोरोना अस्पतालों में बेड्स की संख्या एक लाख करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री शीघ्र ही जिलों में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए की गयी व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए दौरा करेंगे.
योगी ने कहा कि इस बात के सभी प्रयास किए जाने चाहिए कि कोरोना के केस ज्यादा न बढ़ें. जिन लोगों में इसके संक्रमण के लक्षण दिखें उनका तुरन्त प्रभावी इलाज सुनिश्चित किया जाए. केन्द्र सरकार द्वारा लागू किये गये लाॅकडाउन का मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के साथ-साथ कम्युनिटी स्प्रेड को रोकना है. हमें हर-हाल में कोरोना संक्रमण को रोकना होगा. उन्होंने कहा कि यदि सभी डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स इत्यादि प्रभावी ढंग से कोरोना से जंग लडे़ंगे तो हमें इस संक्रमण को रोकने में पूरी सफलता मिलेगी.