संवाददाता,
हजारीबाग: लोकतंत्र के चुनावी महापर्व में ड्यूटी से बचने के लिए हजारीबाग में अधिकारी और कर्मचारी तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी ट्रेनिंग सेशन से कई कर्मचारी नदारद दिख रह रहे हैं.
वहीं इस जवाबदारी से बचने के लिए तरह-तरह के बहाने भी बनाने में पीछे नही हैं. सबसे आसान बहाना तो गंभीर बीमारी का दिया जा रहा है. वहीं किसी ने खुद को अपने विभागीय कामकाज के लिए बेहद अहम बताया है. इससे इतर कई कर्मकारियों ने चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए नए जुगाड़ तन्त्र का सहारा लेने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं.
हजारीबाग के श्रम विभाग के कर्मचारियों को शायद ऐसी जुगत लगाने में महारत हासिल है, क्योंकि पिछले दो चुनावों में ये कर्मचारी अपने रसूख व पहुंच के बल चुनावी महासमर से दूर रहने में सफल हो चुके हैं. जाहिर है इस बार भी इसी जुगत में लगे हैं.
शादियों का भी बहाना
चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए शादियों का भी बहाना धड़ल्ले से चल रहा है. कई लोगों ने परिवार या खुद की शादी का हवाला देकर ड्यूटी कटवाने की मांग की है.
सूत्र बताते हैं कि डयूटी से बचने के लिये नकली शादी का कार्ड भी छपवाया जा रहा है.
सूत्रों के अनुसार जरूरतमंद कम और बिना जरूरत के लोग ड्यूटी कटवाने के लिए ज्यादा चक्कर लगाते हैं.
खराब स्वास्थ्य का दिया जाता है हवाला
ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मचारी नाते रिश्तेदारी में शादी, मां-बाप, सास ससुर की बीमारी जैसे कारण देने की तैयारी में हैं.