रांची: गढ़वा के विधायक सह झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा है कि झारखंड में नई सरकार को विरासत में खाली खजाना एवं बिचैलियावाद मिला है.
सत्ता संभालते ही कोरोना महामारी जैसी गंभीर संकट से अचानक सामना करना पड़ रहा है, फिर भी हेमंत सरकार लगातार प्रयास कर इस गंभीर संकट से निकल कर राज्य में विकास की लंबी लकीर खींचेगी.
राज्य में काफी विषम परिस्थिति होने के बावजूद यह सरकार विकास को धरातल पर उतार कर दिखाएगी. राज्य की प्रत्येक जनता को उनके घर तक सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है. सभी जरूरतमंदों राज्य के अंतिम व्यक्ति तक बगैर बिचैलियागिरी के सरकार द्वारा चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है.
ठाकुर ने बताया कि भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र के खरौंधी प्रखंड के अरंगी गांव में 70 वर्ष के अधिक उम्र के वृद्ध विश्वनाथ महतो एवं कोटरी देवी को आज तक राशन कार्ड नहीं बन पाया था और न ही राशन व वृद्धा पेंशन मिलता था.
मामले की जानकारी मिलते ही मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उपायुक्त को यथाशीघ्र इनकी समस्या दूर करने का निर्देश दिया.
डीसी ने तत्काल 70 किलो राशन प्रदान करते हुए राशन कार्ड बनाने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दिया. साथ ही वृद्धा पेंशन शुरू कर दिया गया.
चिनिया प्रखंड के पाल्हे गांव में अब तक 17 आदिम जनजाति परिवारों को राशन कार्ड नहीं बन पाया था और न ही उन्हें कहीं से अनाज मिल रहा था. मामले के संज्ञान में आते ही मंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल उन्हें राशन उपलब्ध कराते हुए उनका राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ करा दिया.
मंत्री ठाकुर ने कहा कि हेमंत सरकार सभी सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए तथा राज्य में विकास की नई गाथा लिखने के लिए कृत संकल्पित है.