लंदनः इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन का मानना है चयनकर्ताओं ने भारत के खिलाफ पांच फरवरी से चेन्नई में शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले दो मैचों के लिए जॉनी बेयरस्टॉ को विश्राम देने का निर्णय करके गलती की है. हुसैन ने इंग्लैंड के चयनकर्ताओं से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बेयरस्टॉ ने श्रीलंका के खिलाफ पिछले सप्ताह गॉल में पहले टेस्ट मैच में 47 और नाबाद 35 रन बनाए थे.
बेयरस्टॉ को पहले दो टेस्ट मैचों से बाहर रखना इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की खिलाड़ियों को व्यस्त कार्यक्रम के बीच विश्राम देने की नीति का हिस्सा है. इंग्लैंड को इस कैलेंडर वर्ष में 17 टेस्ट और आईसीसी टी20 विश्व कप में भाग लेना है. हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा है कि मेरे कहने का मतलब है कि यह चिंता का विषय है क्योंकि वह स्पिन के खिलाफ इंग्लैंड के तीन सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है. इन तीन खिलाड़ियों में जो रूट और बेन स्टोक्स के साथ बेयरस्टॉ शामिल हैं लेकिन उसे स्वदेश लौटने के लिये कहा गया है.
जबकि बाकी चेन्नई जा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि इस पर पुनर्विचार करना होगा. खिलाड़ी जिस दौर (कोविड का दौर) से गुजरे हैं वह दुस्वप्न जैसा है. उन्हें पिछली गर्मियों और फिर आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) में जैव सुरक्षित वातावरण में दिन बिताने पड़े थे. इसके बाद खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका गए थे, अब श्रीलंका में है, फिर भारत जाएंगे और उसके बाद आईपीएल में खेलेंगें. इस पूर्व कप्तान ने कहा है कि मैं इस स्थिति को कतई कम करके नहीं आंक रहा हूं.
अपने बयान में पूर्व कप्तान नासिर ने कहा है कि यह चयनकर्ताओं के लिए मुश्किल काम है लेकिन भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के लिये आपकी सर्वश्रेष्ठ टीम होनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि आपको भारतीय दौरे के लिये रोटेशन या विश्राम देने पर ध्यान देना चाहिए या इस महत्वपूर्ण श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच को ध्यान रखकर अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन करना चाहिए. आपको बता दें कि जल्दी ही इंग्लेंड की टीम भारतीय क्रिकेट टीम के साथ भिड़ेगी.