दिल्ली: लॉकडाउन के बाद भी दूसरे प्रदेशों से लोगों के आने का सिलसिला जारी है. आलम यह है कि जिसे जो साधन मिल रहा है उसी के सहारे लोग आ रहे हैं. ऐसे में लोगों में कोरोना के संक्रमण बढ़ने की चिंता सता रही है. स्थानीय लोग यह चाह रहे हैं कि जो लोग दूसरी जगहों से आ रहे हैं उसकी पहले पूरी तरह से जांच हो.
एनएच 31 बलुआही के निकट दर्जनों मजदूर सोमवार को खगड़िया पहुंचे. बेगूसराय जिले के रजौरा गांव के उमेश कुमार व सोनू ने बताया कि वे लोग दिल्ली से ठेला से ही कूच कर गए थे. इसके बाद पंद्रह सौ रुपये प्रति व्यक्ति की दर से एक ट्रक पर ठेला सहित बैठे. वे लोग तीसरे दिन खगड़िया पहुंचे हैं. हालांकि जांच के लिए वे लोग सदर अस्पताल भी जाएंगे. बेलदौर प्रखंड में दिल्ली से आए बस से आठ मजदूर उतरे. वही मानसी पीएचसी में दिल्ली व कलकत्ता से आए तीन दर्जन से अधिक मजदूरों की जांच की गई.
सदर प्रखंड की रहीमपुर मध्य पंचायत में लगभग पांच दर्जन लोग रविवार की देर शाम तक प्रदेश से पहुंचे. वहीं बेला सिमरी पंचायत में भी आठ लोग दूसरी जगहों से आए हैं. खगड़िया-बेगूसराय के बॉर्डर पर जांच की जा रही है, लेकिन जांच की समुचित सुविधाएं नहीं है. सिर्फ लक्षण के हिसाब से जांच कर प्रदेश या दूसरी जगहों से आने लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. इधर रहीमपुर मध्य पंचायत के मुखिया मक्खन साह ने कहा कि सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुख्ता जांच की सुविधा नहीं की है.
सदर अस्पताल में दिनभर मरीजों की जांच के लिए भीड़ लगी रही. बताया जाता है कि सदर अस्पताल में लगभग पांच सौ ऐसे मरीज आए जो दूसरे प्रदेश से आए थे. सभी की जांच की गई. इसके लिए इमरजेंसी कक्ष में तैनात डॉक्टरों द्वारा उसके लक्षणों व थर्मामीटर से तापमान मापा गया. अस्पताल सूत्रों के अनुसार आठ लोगों के ब्लड सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं. इधर सिविल सर्जन डॉ. दिनेश कुमार निर्मल ने बताया कि अस्पताल में ब्लड सैंपल लेकर भी जांच की सुविधा शुरू कर दी गई है.