रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि शुरुआती दिनों से ही कोरोना संक्रमण पर सरकार की नजर है, ऐसी परिस्थिति में संक्रमण से जंग भी लड़ना है और जीतना भी है.
उन्होंने केंद्र सरकार ने पूरे देश में अनलॉक की प्रक्रिया की घोषणा कर दी है, लेकिन राज्य में कई संस्थाएं और व्यवस्थाएं अभी तक बंद पड़ी हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में आज बेरोजगारी की बड़ी चुनौती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए जो भी बेहतर होगा वह राज्य सरकार कर रही है और आगे भी करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर समस्याओं से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है.
मुख्यमंत्री कहा कि राज्य सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस (09 अगस्त) को झारखंड में राजकीय अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया है. अब हर वर्ष विश्व आदिवासी दिवस के दिन सरकारी छुट्टी होगी.
आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. आदिवासी के नाम पर ही कई चीजें छुपी है. प्रकृति और संस्कृति के बीच रहने वाला है यह समाज प्रकृति के पुजारी हैं. यह गौरव की बात है कि आज प्रकृति के इतने करीब रहने वाले लोग खुशियां मना रहे है.
वैश्विक महामारी के कारण आज का यह कार्यक्रम भव्य तो नहीं हो सका, परंतु आने वाले वर्षों में यह दिवस व्यापक रूप से मनाया जाएगा.
उक्त बातें मुख्यमंत्री ने आज विश्व आदिवासी दिवस 2020 के अवसर पर नीलाम्बर-पीताम्बर पार्क मोरहाबादी, रांची में पौधारोपण कार्यक्रम के अवसर पर कहीं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड जनजातीय बहुल प्रदेश है. यहां की कला संस्कृति की अलग पहचान है. उन्होंने कहा कि संविधान में आदिवासियों को प्रदत्त शक्तियों के बावजूद हम आज इस सफर में कहां तक पहुंचे हैं यह आज हमारे लिए एक सवाल है और चिंतन का विषय है. चाहे वह किसी भी क्षेत्र में क्यों न हो. आज का दिन हम सबों को संकल्प लेने का दिन है.