पलामू: उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी शशि रंजन ने समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय में जनता दरबार का आयोजन किया. इसमें जिले के विभिन्न स्थानों से पहुंचे ग्रामीणों ने अपनी-अपनी समस्याओं को उपायुक्त के समक्ष रखा. इससे पूर्व कोरोना महामारी को देखते हुए सभी फरियादियों के हाथों को सैनिटाइज किया गया. उपायुक्त ने कई मामलों का ऑन स्पॉट निपटारा किया. अन्य मामलों को संबंधित विभाग को भेजते हुए तत्काल निष्पादन का निर्देश दिया.
जनता दरबार में पहुंचे प्रेमजीत कुमार सिंह ने उपायुक्त को बताया कि उनके पिता स्वर्गीय विरोधी सिंह जो पांकी के प्रखंड कार्यालय में पंचायत सचिव के पद पर तैनात थे, उनको ए.सी.बी पलामू द्वारा 15.7.2020 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. तत्पश्चात उपायुक्त द्वारा निलंबित कर दिया गया था. कोरोना काल में वे 45 दिन पैरोल पर जेल से बाहर आये थे. इसी दरमियान 19 अगस्त को उनका स्वर्गवास हो गया. अतः प्रेमजीत कुमार सिंह ने उपायुक्त से स्वर्गीय विरोधी सिंह को निलंबन मुक्त कर उनके आश्रितों को पवना भुगतान करने तथा अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने हेतु अनुरोध किया.
इसी तरह हुसैनाबाद से आयी ग्राम सेविका उमा देवी ने स्थानांतरण संबंधित आवेदन दिया. पिपराटांड़ से आए आलम मियां ने वृद्धा पेंशन नहीं मिलने को लेकर शिकायत किया.
चैनपुर के हरिनामाड़ से आये माला चौधरी ने उपायुक्त को बताया कि 29.1.2019 को उनका कच्चा खपड़ा का मकान आग लगने के कारण पूर्ण रूप से जल गया था. कई बार अंचलाधिकारी को आवेदन देने के बावजूद अब तक किसी प्रकार की सहायता नहीं प्रदान की गयी है. उन्होंने उपायुक्त से आवश्यक कार्रवाई कर राशि भुगतान कराने हेतु अनुरोध किया.
चैनपुर से आए आशीष कुमार तिवारी ने ऑनलाइन रजिस्टर 2 में सुधार करने को लेकर आवेदन दिया.
पिपरा के बभंडी से आये कामेश्वर मेहता ने उपायुक्त को बताया कि वो एक बेरोजगार युवक है. अपनी बेरोजगारी दूर करने के उद्देश्य से उन्होंने एक पुराना टेंपो खरीदा था, जिसका नाम ट्रांसफर कराने को लेकर जिला परिवहन कार्यालय में लॉकडाउन के पूर्व ही आवेदन दिया गया था.
उन्होंने उपायुक्त को बताया कि कार्ड निर्गत होने के बावजूद अब तक उनको कार्ड नहीं मिला है. यह सुन उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को तत्काल निष्पादन करने का निर्देश दिया. उपायुक्त का निर्देश मिलते ही जिला परिवहन कार्यालय के आशुतोष पांडेय ने सक्रियता दिखाते हुए रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी करने हेतु सारी औपचारिकता पूर्ण किया, जिसके बाद आवेदनकर्ता को उपायुक्त द्वारा कार्ड सौंप दिया गया.