पानीपत(हरियाणा): पानीपत जिले में बाबरपुर रेलवे ट्रैक पर प्रेमी जोड़े ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक, परिजनों ने दोनों की शादी कराने से मना कर दिया. तीन वर्ष प्रेम प्रसंग का खुलासा होने पर परिजनों ने एकसाथ बैठकर तय किया था कि दोनों अलग होंगे. हालांकि ऐसा हुआ नहीं और शनिवार की शाम सवा छह बजे दोनों घर से लापता हो गए थे. दोनों ही परिवारों के सदस्यों ने खोजना शुरू किया, लेकिन कुछ पता नहीं लगा.
लड़की का शव करीब आधे घंटे बाद ही बाबरपुर टीडीआई रेलवे ट्रैक पर मिल गया, जबकि लड़के का शव रविवार की सुबह लड़की के शव से करीब दो सौ मीटर दूर मिला. शवों को सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया. लड़के का शव ट्रेन की चपेट में आने की वजह से दो हिस्सों में बंट गया. सिर्फ धड़ ही मिला है, नीचे का हिस्से की तलाश जारी है. दोनों पक्षों ने एक दूसरे के परिवार पर हत्या का आरोप लगाया है. हालांकि पुलिस ने धारा 174 की कार्रवाई कर शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.
परशुराम कालोनी निवासी लवली ने बताया कि उनका छोटा भाई मनीष सैनी 23 साल का था. वह वधावाराम कॉलोनी स्थित भूल भुलैया चौक पर रहने वाली सिमरन के साथ कक्षा-10 कक्षा से प्रेम करता था. दोनों ने पांच साल पहले 10वीं कक्षा में पढ़ते थे. तीन साल पहले लड़की की मां उनके घर बेटी के साथ आई और लड़के को समझाकर पीछे हटाने की बात कही थी. दोनों परिवारों को राजी हुए और अलग-अलग रहने का फैसला सुनाया गया. शनिवार शाम छह बजे मनीष घर से भतीजों के लिए सामान लेने के लिए बाजार गया था.
उसी शाम सात बजे लड़की के परिवार से करीब 20 से 25 युवक आए और घर की तलाशी ली. उन्होंने कहा कि मनीष सैनी लड़की को घर से भगाकर ले गया है, वह उसे नहीं छोडे़ंगे. रविवार की सुबह उन्हें जीआरपी थाने से कॉल आया कि मनीष का शव रेलवे ट्रैक पर मिला है. वह मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि मनीष का धड़ ट्रैक पर पड़ा था, जबकि नीचे का हिस्सा गायब था. वह शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल लेकर आए और पंचनामा भरवाने के बाद वह शव को ले गए.
लड़की के पिता बोले
लड़की के पिता राजेश ने बताया कि उसके दो बच्चे है, जिनमें एक लड़का व एक लड़की है. उसकी बड़ी लड़की 19 वर्षीय सिमरन उर्फ सरिता थी. वह 12 कक्षा पूरी करने के बाद घर पर ही बच्चों को ट्यूशन देती थी. उन्होंने बताया कि मनीष शनिवार शाम छह बजे के आस पास देखा गया था. जब आस पास पता किया तो उन्हें लड़के का नाम व घर का पता चला.
जब वह मनीष के घर पर गए थे तो उसके परिजनों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था. उनके पास सुबह करीब नो बजे उनके पास सूचना मिली थी कि उनकी लड़की का शव सामान्य अस्पताल में है. जब वह अस्पताल पहुंचे और शव की शिनाख्त कर शव का पोस्टमार्टम कराया.
एक साथ कूदने की आंशका, दोनों के शव बरामद होने में 12 घंटे का फासला
आईओ वजीर सिंह के अनुसार लड़की का शव मिलने की सूचना शनिवार की शाम 6:55 बजे पर प्राप्त हुई थी. उन्होंने बताया कि कालखा से दिल्ली जाने वाली शताब्दी की ट्रेन ने बाबरपुर स्टेशन मास्टकर को शव की सूचना दी थी, जिसके आधार पर वह मौके पर पहुंचे थे और शव को सामान्य अस्पताल में शव गृह में रखवा दिया था.
वहीं मृतक मनीष सैनी के मामले में आइओ एसआई राजीव के अनुुसार उन्हें रविवार की सुबह सात बजे ट्रैक पर शव पड़ा होने की सूचना मिली थी, आंशका है कि दोनों ने एक साथ खुदखुशी की है, लेकिन दोनों की शव बरामद होने में 12 घंटे का समय लगा.
लड़की वालों ने कराया था, भगा कर ले जाने का पर्चा दर्ज
शनिवार को लड़की के पिता ने किला थाना पुलिस में उनकी बेटी को भगाकर ले जाने का पर्चा दर्ज कराया था. पिता ने शिकायत में कहा था कि लड़की घर के बाहर खड़ी थी. जब वह बाहर आया तो लड़की नहीं मिली. जब उसने आसपास पूछताछ की तो मनीष का नाम सामने आया था.
लापता होने से पहले लड़की के पिता ने लड़के के परिजनों को घर पर जाकर दी धमकी
लड़के मनीष के पिता सुखदेव ने आरोप लगाया कि वह सभी शनिवार शाम चार बजे चाय पी रहे थे. उसी समय लड़की का पिता राजेश उनके घर पर आया और उन्हें लड़की से दूर होने की बात कही. इसी के साथ ही उन्होंने धमकी दी थी कि अगर वह नहीं माने तो वह लड़के को जान से मार देंगे. उसके बाद वह चले गए थे. उसका बेटा चिंता में था और घर से बच्चों को सामान लेने के बाजार गया था, उसके बाद वह घर नहीं लौटा था. संभावना है कि दोनों ने एक साथ ही ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी.
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