नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानूनों का समर्थन करते हुए कहा है कि किसान आंदोलन अब राजनीतिक हो गया है. गडकरी ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों के पक्ष में हैं, लेकिन विपक्षी दल उन्हें गुमराह कर रहे हैं. किसानों से बातचीत के सवाल पर गडकरी ने कहा कि सरकार किसानों से बात करने को तैयार है.
केंद्रीय मंत्री ने किसानों से अपील की है कि वे कट्टर तत्वों से खुद को बचाए रखें. गडकरी ने कहा कि नए नियमों के तहत किसानों को कोई नुकसान नहीं है. यह पूछे जाने पर कि आखिर MSP पर सरकार कानून क्यों नहीं ला सकती है, इस पर नागपुर से लोकसभा सांसद गडकरी ने कहा कि जहां तक एमएसपी का सवाल है कैबिनेट हर साल उसके दाम तय करती है.
राज्य सरकार के सहयोग से केंद्र सरकार किसानों के उत्पादों को खरीदने के लिए बाध्य है. ऐसे में कानून की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने 6 साल में 6 बार दाम बढ़ाए. राजनीति होती है पर किसानों के हित का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर कोई बातचीत नहीं होगी तो यह गलतफहमी पैदा कर सकता है.अगर बातचीत होती है तो मुद्दे हल हो जाएंगे, पूरी बात खत्म हो जाएगी, किसानों को न्याय मिलेगा, उन्हें राहत मिलेगी. हम किसानों के हित में काम कर रहे हैं.
हमारी सरकार किसानों को समझाएगी और बातचीत के जरिए रास्ता निकालेगी. उन्होंने कहा कि अभी, कृषि और वाणिज्य मंत्री किसानों के साथ बातचीत में लगे हुए हैं. अगर मुझे उनसे बात करने के लिए कहा जाता है, तो मैं निश्चित रूप से उनसे बात करूंगा.