रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि किसानों का सर्वांगीण विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक है. किसान बदलते जमाने के साथ-साथ कृषि कार्य के नई-नई तकनीकों को अपनाएं. राज्य के किसानों को उन्नत खेती की जानकारी प्राप्त कराने के लिए राज्य सरकार किसानों के दल को इजरायल भ्रमण करा रही है. किसानों को पीएम किसान योजना एवं मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का पूरा लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की आपसी समन्वय से झारखंड के किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध और सशक्त बनाना सरकार का लक्ष्य है. उक्त बातें मुख्यमंत्री ने कृषि की आधुनिक तकनीक को सीखने के लिए 24 सदस्य किसानों के दल को इजरायल रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही.
नई तकनीक के प्रति जिज्ञासु बने किसान
इजराइल रवाना होने से पहले 24 सदस्य किसानों के दल को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इजराइल जाकर वे कृषि की नई तकनीक को सीखने के प्रति जिज्ञासु बने. उन्होंने कहा कि झारखंड की तरह इजरायल में भी समस्या सिंचाई की ही है लेकिन इजरायल फल और सब्जी का निर्यातक देश है. इजरायल में ड्रिप सिंचाई पद्धति से बड़े पैमाने पर फल और सब्जी की खेती की जाती है. हाल के समय में ही राज्य के कई किसानों को सरकार की ओर से इजरायल का दौरा कराया गया है. इजरायल दौरा से लौटकर किसान बहुत ही उत्साहित हैं. वहां से लौटने के बाद किसान अन्य किसान भाइयों को नई तकनीक के बारे में बता रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इजरायल में ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से कम पानी में भी अधिक उपज किस प्रकार हो रही है इसे जरूर सीखें. उन्होंने कहा कि अब जमाना आधुनिक खेती का है किसान आधुनिक तकनीक को जितना अपनाएंगे आई में उतनी ही वृद्धि होगी.
आजादी के 67 साल तक किसानों का नहीं हो सका था विकास
देश की आजादी के 67 साल बीत जाने के बाद भी किसानों का जितना विकास होना था उतना नहीं हो पाया. देश में पहली बार वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार गठन के बाद से ही किसानों का सर्वांगीण विकास प्रधानमंत्री का ध्येय रहा है. केंद्र एवं राज्य सरकार के आपसी समन्वय से किसान के हितों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई. कल्याणकारी योजनाओं के संचालन से किसानों की आय में वृद्धि हुई है.
किसान और आदिवासियों के नाम पर सिर्फ राजनीति हुई
वर्ष 2014 से पहले राज्य में आदिवासियों और किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति हुई है. वर्तमान सरकार ने राज्य के किसानों को समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए पीएम किसान योजना एवं मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का पूरा लाभ दिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि वर्ष 2022 तक देश के किसानों की आय को दोगुनी करनी है. इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार मिशन मोड में कार्य कर रही है. वर्तमान सरकार का उद्देश्य है कि जब किसान सशक्त और समृद्ध होंगे तभी राज विकसित राष्ट्र की श्रेणी में आकर खड़ा होगा.
नए झारखंड के निर्माण में किसान अपनी भागीदारी निभाएं
किसानों के दल से अपील किया कि वे नहीं झारखंड के निर्माण में अपनी मां की भूमिका निभाए. किसान वर्ग के लोग जागरूक होकर अपने किसान भाई बहनों को सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक करें. उन्होंने कहा कि कुछ राष्ट्र विरोधी शक्तियां सुदूर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों को भ्रमित कर रहे हैं. इन राष्ट्र विरोधी शक्तियों से किसान वर्ग के लोग सतर्क रहें.
छोटी-छोटी सिंचाई योजनाओं से मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसान जल संचय पर अधिक फोकस करें. पानी को रोकने के लिए नदियों पर बराज का निर्माण कराएं. जल संचयन हेतु छोटी-छोटी योजनाओं को लागू करें. जल संचयन की छोटी-छोटी योजनाएं कृषि कार्य में बड़े फायदे पहुंचाती हैं.
कोऑपरेटिव बनाकर खेती करें किसान
किसान वर्ग के लोग बंजर भूमि पर कोऑपरेटिव बनाकर खेती करें. किसान कोऑपरेटिव बनाकर खेती करेंगे तो बंजर जमीन पर सोलर फार्मिंग के माध्यम से खेती की जा सकती है. बंजर जमीनों पर भी अच्छी उपज की संभावनाएं हैं.
पूरा विश्व ऑर्गेनिक खेती अपना रहा है
इजराइल जाने वाले किसान ऑर्गेनिक खेती के जानकारी के प्रति अधिक सजग रहें. अब पूरा विश्व ऑर्गेनिक खेती की ओर जुड़ चुका है. उन्होंने कहा कि झारखंड में जैविक खेती की असीम संभावनाएं हैं. किसान भाई बहन जैविक खेती के लिए प्रेरित हो तभी स्वस्थ खेती की परिकल्पना पूरी होगी.
ड्रिप सिंचाई की मशीनों पर राज्य सरकार दे रही है सब्सिडियरी
किसानों को ड्रिप सिंचाई के माध्यम से कृषि कार्य करने के लिए मशीनों पर सरकार सब्सिडियरी दे रही है. राज्य के किसान कम पानी में भी टपक सिंचाई के माध्यम से अच्छा उत्पादन कर सके यह सरकार का लक्ष्य है.
दुग्ध उत्पादन एवं पशुपालन में भी ध्यान दें किसान
राज्य के किसान दुग्ध उत्पादन और पशुपालन पर भी काम करें. दुग्ध उत्पादन और पशुपालन से आईटी स्रोत में वृद्धि होने की संभावनाएं बनी रहती हैं. राज्य सरकार ने डेयरी विकसित करने के उद्देश्य से किसान भाइयों को सब्सिडियरी पर दो गाय भी उपलब्ध करा रही हैं.
बांस उद्योग से जुड़े कारीगर प्रशिक्षण के लिए जाएंगे वियतनाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि बांस के 10 कारीगरों के एक दल को जल्द ही प्रशिक्षण के लिए वियतनाम भेजा जाएगा. वे वियतनाम जा कर यह देख सकेंगे कि नई तकनीक के माध्यम से बांस उद्योग को किस तरह बढ़ावा मिल रहा है. उन्होंने कहा कि भारत के अलावा अन्य देशों में भी बांस आधारित उत्पाद की भारी मांग है.
किसानों ने मुख्यमंत्री से कहा सरकार ने काफी मदद की
किसानों के दल ने मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पीएम किसान योजना एवं मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के लागू होने से किसानों को काफी राहत पहुंची है. इन दोनों योजनाओं से मिल रही राशि से किसान वर्ग के लोग ससमय बीज और खाद खरीद पा रहे हैं. खाद एवं बीज के लिए किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ रही है. सुदूर ग्रामीण इलाकों में किसान काफी उत्साहित हैं. इन दोनों योजनाओं का लाभ मिलने से किसानों के बीच सरकार की छवि पर भी सकारात्मक असर पड़ा है.
इजरायल दौरा पर जा रहे किसानों के 24 सदस्य दल का नेतृत्व पाकुड़ उपायुक्त कुलदीप चौधरी, डिप्टी डायरेक्टर विकास कुमार और रांची जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी अनिल कुमार कर रहे हैं.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, कृषि सचिव पूजा सिंघल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
इजरायल दौरे पर जा रहे 24 सदस्य किसानों के दल में ये किसान हैं शामिल
अंबिका प्रसाद कुशवाहा (देवघर), राजेंद्र यादव (देवघर), जगदीश रजक (धनबाद), रघुनंदन कुमार (धनबाद), रमेश हांसदा (दुमका), राम प्रताप महतो (ईस्ट सिंहभूम), सिदम चंद्र मुर्मू( ईस्ट सिंहभूम), आनंद कुमार (गढ़वा), धर्मेंद्र कुमार मेहता (गढ़वा), कुमार विवेकानंद (गिरिडीह), लक्ष्मण महतो (गिरिडीह), नीतीश आनंद (गोड्डा), शशिकर झा (गोड्डा), अनिम मिंज (गुमला), दिलीप कुमार (खूंटी), तुलसी महतो (खूंटी), मिथेन्द्र लकड़ा (लातेहार), अरुण चंद्र गुप्ता (रांची), सुखदेव उरांव (रांची),गनसु महतो (रांची), राजेश कुमार यादव (साहिबगंज), रमेशचंद्र रविदास (साहिबगंज), रमेश पूर्ति (वेस्ट सिंहभूम), मार्कस बोदरा (वेस्ट सिंहभूम) शामिल हैं.