राजेश कुमार मेहता,
कोडरमा: मरकच्चो प्रखण्ड में धान की अच्छी फसल होने के बावजूद किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. प्रखण्ड के किसान जहां इस वर्ष धान की अच्छी फसल देखकर अच्छा मुनाफा होने की आस लगाये बैठे है, तो वहीं दूसरी ओर प्रखण्ड में सरकारी क्रय केंद्र नहीं खुलने और धान खरीद बिक्री का कोई सरकारी इंतजाम नहीं होने के कारण किसानों के आस पर पानी फिरता नजर आ रहा है.
जिला व प्रखण्ड प्रशासन द्वारा आजतक क्रय केंद्रों में ताला बंद रखने के कारण प्रखण्ड के किसान औने पौने दामों में अपनी खून पसीने की गाढ़ी कमाई को बिचौलियों के हांथों बेच रहे हैं. प्रखण्ड में सैकड़ों बिचौलिए किसानों के घर व खलिहान पहुंचकर धान को 1100 और 1200 रुपये क्विंटल खरीदकर ले जाते हैं, और इसे एक जगह इकठ्ठा कर ट्रकों में भरकर बंगाल और उड़ीसा भेज रहे हैं.
वहीं इस सम्बंध में एमओ अशफाक अहमद ने बताया कि सरकार के द्वारा निर्धारित धान की कमेटी पर क्विंटल बोनस समेत 19 से 20 रुपये है, परन्तु सरकार द्वारा अबतक धान क्रय केंद्र खोलने का कोई निर्देश प्राप्त नहीं है. इसलिए प्रखण्ड के सभी पैक्सों में ताला बंद रखा जा रहा है.
प्रखण्ड के कृषक रमेश बर्मा, अर्जुन यादव, रामचन्द्र महतो, सहदेव महतो, भुनेस्वर महतो, गोबिंद राम, युगल राम, तिलक महतो, जयशंकर यादव समेत दर्जनों किसानो ने बताया कि समय पर धान क्रय केंद्र नहीं खुलने के कारण कृषकों को काफी नुकसान हो रहा है, क्योंकि इस वर्ष खेती के समय पानी नहीं होकर धान की खेती लगाने के बाद बारिश हुई. जिसके कारण अक्सर खेतों में मशीनों द्वारा पटावन कर खेती भी लगाना पड़ा और कड़ी मेहनत व महंगा पूंजी लगाने के बाद भी सरकार की लापरवाही के कारण बिचौलियों के हाथों औने पौने दामों पर धान बेचना पड़ रहा है.
जिससे इसका उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण निराश होना पड़ रहा है और अगर राज्य सरकार की यह रवैया बरकरार रहा तो खेतिहर किसानों का मनोबल गिरता चला जाएगा.