दिल्ली: पंद्रह फरवरी से सभी टोल पर फास्टैग अनिवार्य हो जाएगा. नई व्यवस्था के साथ ही सभी टोल के कैश लेन बंद हो जाएंगी. फास्टैग को रिचार्ज कराने में आ रही दिक्कतों को भी एनएचएआई ने दूर कर लिया है. अगर किसी वाहन का फास्टैग एकाउंट रिचार्ज नहीं है तो वाहन चालक टोल पर इसे रिचार्ज करा पाएंगे. रिचार्ज तीन मिनट में होने की बात एनएचएआई प्रबंधन कर रहा है. बाकी हकीकत नई व्यवस्था शुरू होने पर सामने आएगी.
हाईवे टोल पर 15 फरवरी से यूपी के सभी टोल पर फास्टैग अनिवार्य होने जा रहा है. अभी कुछ समय पहले इसमें कुछ छूट दी गई थी, अब दो दिन बाद यह व्यवस्था प्रभावी होने जा रही है. फास्टैग की अनिवार्यता के बाद टोल पर चल रही कैश लेन पूरी तरह बंद हो जाएंगी और सिर्फ फास्टैग लगे वाहन ही टोल से पास हो पाएगा. फास्टैग रिचार्ज कराने में आ रही दिक्कतों को देखते ही टोल ने अपने साफ्टवेयर को अपडेट करा लिया है. दलपतपुर टोल प्रबंधक योगेश चौधरी ने बताया कि अब फास्टैग एकाउंट में रकम खत्म हो गई तो रिचार्ज कराने के तीन मिनट में ही फास्टैग रिचार्ज हो जाएगा. इसके बाद आसानी से वाहन टोल पार हो जाएगा.
क्या होता है फास्टैग
फास्टैग एक प्रकार का टैग या स्टिकर होता है, जो वाहन की विंडस्क्रीन पर लगा हुआ होता है. रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन या RFID तकनीक पर फास्टैग काम करता है. इसके जरिए टोल प्लाजा पर लगे कैमरे स्टिकर के बार-कोड को स्कैन कर लेते हैं और टोल फीस अपनेआप फास्टैग के वॉलेट से कट जाती है. इसके इस्तेमाल से वाहन चालक को टोल टैक्स के भुगतान के लिए रुकना नहीं पड़ता है.
यहां से ले सकते हैं फास्टैग
फास्टैग को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खरीदा जा सकता है. फास्टैग किसी भी बैंक, अमेजन, फ्लिपकार्ट और पेटीएम जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन खरीदा जा सकता है. इसके अलावा 23 ऑथराइज्ड बैंक, रोड ट्रांसपोर्ट ऑफिस के पॉइंट ऑफ सेल से भी फास्टैग ले सकते हैं. पूरे देश में 30 हजार पॉइंट ऑफ सेल (PoS) पर फास्टैग उपलब्ध हैं.
इस खरीदने के लिए ड्राइवर के लाइसेंस और वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की कॉपी जमा करनी पड़ती है. बैंक केवाईसी के लिए यूजर्स के पैन कार्ड और आधार कार्ड की कॉपी भी मांगते हैं. जिस बैंक का फास्टैग है, उसकी वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रिचार्ज किया जा सकता है. इसके अलावा UPI/डेबिट /क्रेडिट कार्ड/NEFT/नेट बैंकिंग के माध्यम से रिचार्ज किया जा सकता है. अगर फास्टैग बैंक खाते से लिंक है तो पैसा सीधे खाते से कट जाता है. अगर Paytm वॉलेट फास्टैग से लिंक होता है तो पैसे सीधे वॉलेट से डाले जा सकते हैं.
फास्टैग की कीमत
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने फास्टैग की कीमत 100 रुपए तय की है. इसके अलावा 200 रुपए की सिक्युरिटी डिपॉजिट देनी पड़ती है. हालांकि, बैंकों की दर अलग-अलग हो सकती है. कई बैंक अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए समय-समय पर मुफ्त या मामूली कीमत में भी फास्टैग ऑफर करते हैं.