गुमला: पुसो थाना क्षेत्र के पहामु गांव निवासी 62 वर्षीय सहिन्दर गोप ने 23 दिसंबर को पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर जमीन मामले को लेकर अपने बड़े बेटे बितन गोप व पुसो थाना के एसएसआई पर मारपीट व परेशान करने का आरोप लगाते हुए इस पर कारवाई की मांग की थी. लेकिन कारवाई न होने तथा 27 दिसंबर को पुसो थाना के उक्त एसएसआई द्वारा घर में आकर पुनः मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री जनसंवाद केन्द्र रांची में शिकायत कर मामले पर त्वरित कारवाई की मांग की है. मामले की जानकारी जनसंवाद केन्द्र के द्वारा त्वरित जांच व कारवाई के लिए जिले के उपायुक्त शशि रंजन के समक्ष भेजा गया है. जहां उपायुक्त कोषांग ने जिले के पुलिस उपाधीक्षक से इस पर त्वरित जांच करते हुए कारवाई की पूरी रिपोर्ट तलब की है.
जानकारी के मुताबिक पहामु गांव निवासी सहिन्दर गोप की दो पत्नी थी. पहली पत्नी स्व० बंधईन देवी से बितन गोप बडा बेटा व दूसरी पत्नी लक्ष्मी देवी से छोटा बेटा बजरंग गोप है. सहिन्दर गोप ने अपने 3 एकड़ जमीन को बंटवारे के तौर पर डेढ़-डेढ़ एकड़ का बंटवारा कर दिया और दोनों बेटों को रहने के लिए घर भी दे दिया. सहिन्दर गोप अपने छोटे बेटे बजरंग गोप के साथ रहते है. सहिन्दर गोप की व्यक्तिगत कुछ खरीदगी जमीन है लेकिन उस जमीन पर हिस्सा नही मिलने पर बडा बेटा बितन गोप ने पुसो थाना से मिलकर मारपीट व परेशान किया जा रहा है और जान से मारने का भी धमकी दिया जा रहा है.
थाने के एएसआई भी मारपीट कर जान से मारने की दे रहे धमकी : पीड़ित
पीड़ित सहिन्दर ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में पुसो थाना के एसएसआई को बड़े पुत्र बितन गोप के द्वारा 10,000 रुपए रिश्वत देकर मारपीट करते हुए मेरे प्रति दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया है. साथ ही सहिन्दर गोप ने पत्र में अंकित किया है कि एएसआई के द्वारा मुझे गन्दी गालियां देते हुए सबक सिखाने की चेतावनी भी दी है और पुसो थाना के पुलिस बल के द्वारा मुझे और मेरे छोटे बेटे को थाना बुलवाकर मारपीट करवाया और 12 घण्टे तक हाजत में बंद करवाकर जबरन सादे कागज में बॉन्ड बनवाकर हस्ताक्षर करवा लिया गया.
इसके बाद गांव के पांच गवाहों को लेकर थाना आने का आदेश देकर हमें पुसो थाना से छोड़ा गया. इसके बावजूद भी थाना से बजरंग गोप के मोबाइल नं. 7903561417 पर एएसआई के मोबाइल नं. 9504097000 से बार-बार पांच गवाहों के साथ थाने में बुलाया जा रहा है, नहीं आने पर जेल भेज देने की धमकी भी दी जा रही है. पीड़ित सहिन्दर गोप ने उचित न्याय की मांग की है.