नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि एलपीजी स्टॉक रखने और स्कूलों को खाली कराने जैसे आदेशों पर सरकार की ओर से सफाई की जरूरत है.
अब्दुल्ला ने कहा है कि इस तरह के आदेश दहशत का माहौल पैदा करते हैं, लोगों में इससे अपनी सुरक्षा को लेकर एक घबराहट पैदा हो रही है कि आखिर होने क्या वाला है. उमर ने अपने ट्वीट में कहा है कि सरकार के इस तरह के आदेश से लोगों में दहशत है कि आखिर क्या हो रहा है.
सरकार एक तरफ कह रही है कि रास्ता बंद हो जाने को लेकर ये आदेश जारी किए गए हैं लेकिन स्कूलों को खाली करने का फैसला समझ के बाहर है. कई तरह की अटकलें लग रही हैं, सरकार को इस विषय में स्पष्ट बयान देना चाहिए कि आखिर मुद्दा क्या है.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल जी.सी. मुर्मू ने 23 जून को एक बैठक की थी. बैठक के बाद आदेश में कहा गया है कि कश्मीर घाटी में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स को कम से कम दो महीने के लिए सिलेंडर का स्टॉक रख लेना चाहिए.
कहा गया है कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन के कारण अक्सर बंद हो जाता है, ऐसे में एलपीजी का पर्याप्त स्टाक होना चाहिए, जो दो माह तक चल सके. ताकि आम लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो.
दूसरे आदेश में कहा गया है कि कारगिल से सटे गांदरबल इलाके में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल की इमारतों को खाली कराया जाए.
गांदरबल एसएसपी ने जिला प्रशासन को लिखे गए एक पत्र में अर्द्ध सैनिक बलों के ठहरने के लिए आईटीआई, मध्य और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के भवनों सहित शैक्षणिक संस्थानों के 16 भवन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है.