आईओसीएल जांच में फ्लैश प्वाइंट 35 की जगह 13.5डिग्री सेंटीग्रेट पाया गया
हजारीबाग. झारखंड के हजारीबाग जिले में जनवितरण प्रणाली ,पीडीएस से वितरित केरोसिन में मिलावट से विस्फोट की आशंका जतायी गयी है. इस गड़बड़ी के मामले में हजारीबाग के थोक केरोसिन विक्रेता समेत अन्य के खिलाफ जल्द ही प्राथमिकी भी दर्ज कर लिये जाने की संभावना है.
आईओसीएल द्वारा की गयी जांच में हजारीबाग में पीडीएस के तहत बांटे गये केरोसिन में मिलावट और परिवहन में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है. हजारीबाग के उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने बताया कि सामान्य केरोसिन फ्लैश प्वाइंट 35 डिग्री सेंटीग्रेट होता है, जबकि पिछले दिनों जिलों में हुए हादसों के बाद आईओसीएल ने पीडीएस दुकानों से केरोसिन के जो सैंपल इकट्ठा किये थे, जांच में उनका फ्लैश प्वाइंट 13 दशमलव पांच डिग्री सेंटीग्रेट पाया गया है. विशेषज्ञों के मुताबिक किसी पदार्थ का फ्लैश प्वाइंट जितना कम होगा, वह उतनी ही जल्द आग पकड़ेगा. संभव है कि केरोसिन से अधिक ज्वलनशील तरल पदार्थ में मिलावट रही होगी. यह भी हो सकता है कि जिस टैंकर में केरोसिन ढोया गया होगा, उसमें पहले पेट्रोल का परिवहन किया गया.
उपायुक्त ने बताया कि केरोसिन के मामले में ट्रांसपोर्टिंग की प्रक्रिया अलग होती है. साथ ही ट्रेडिंग कंपनी की जिम्मेदारी होती है कि इसका सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करें. केरोसीन के उपयोग से विस्फोट की घटना के बाद स्तत्काल सभी जनवितरण प्रणाली दुकानदारों से केरोसिन तेल के वितरण वापस लेने तथा इसे प्रयोग में नहीं लाने की कार्रवाई की जा रही है. साथ ही प्रयोग में लाए गए टैंकर को सील कर जमा कर लिया गया है. इसके अलावा प्रभावितों सरकारी प्रावधानों के आधार पर मुआवजा को लेकर निर्णय लिया जाएगा.