रांची: झारखंड में चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र में दो बच्चों के साथ निर्भया कांड दोहराने की आशंका व्यक्त की गई है. वहीं साक्ष्य छिपाने की कोशिश में एक बच्चे को भी बुरी तरह से अपराधियों ने जख्मी कर दिया है.
चतरा के पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर ने बताया कि यह मामला प्रथम दृष्टया यौन उत्पीड़न और हत्या का प्रतीत होता है. इस कांड के मुख्य आरोपी सोनु को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ और अनुसंधान जारी है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 11 दिसंबर बुधवार को तीन नाबालिग बच्चे, जिनमें एक आठ वर्षीय बालक और दस-दस वर्ष की दो बच्चियांअपने घर से लकड़ी चुनने के लिए बाहर निकली. बताया गया है कि तीनों बच्चे अपने घर से बोलकर किरीगड़ा जंगल की ओर चले गये और शाम में जब बच्चे वापस नहीं लौटे, तो पिपरवार थाना को सूचना दी गयी. गुरुवार को सुबह ग्रामीणों द्वारा खोजबीन शुरू की गयी, तो बच्चों की साईकिल और चुनी गयी लकड़ी को जंगल क्षेत्र में लावारिश हालत में गिरा पाया गया.
बाद में आठ वर्षीय बच्चे को जख्मी हालत में पाया गया और उसे प्राथमिक उपचार के बाद रिम्स रांची रेफर कर दिया गया. बच्चे की ओर से यह जानकारी दी गयी कि पूर्व से परिचित पड़ोसी अभियुक्त सोनी द्वारा बच्चों को बहला फुसलाकर जंगल की ओर ले जाया गया और इन पर आक्रमण कर गंभीर रूप से जख्मी किया गया. जबकि दो बच्चियों को जंगल की ओर ले जाया गया.
इसके बाद अन्य दो बच्चियों की बरामदगी के लिए पुलिस और ग्रामीणों ने लगातार खोजबीन जारी रखी, तो गुरुवार दोपहर बाद तीन बजे दोनों बच्चियों को किरीगड़ा जंगल में गंभीर अवस्था में पाया गया. बरामद बच्चियों को प्राथमिक उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल में लाया गया, जहां एक बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया और दूसरी बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची रेफर किया गया है.
पुलिस अधीक्षक ने इस कांड के अनुसंधान के लिए विशेष जांच दल का गठन टंडवा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में किया, इस जांच दल में पिपरवार, प्रतापपुर, महिला थाना और वशिष्ठनगर थाना की टीम को जिम्मेवारी सौंपी गयी है.
इधर,घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पिपरवार थाना का घेराव किया. वहीं पुलिस ने भीड़ को तीतर बितर करने के लिए बल का प्रयोग किया, जबकि ग्रामीणों की ओर से पथराव की भी खबर है. देर शाम तक पिपरवार में हालात तनावपूर्ण बना हुआ था.