रांची: झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में प्रभावी सावधानियों के लिए प्रभावी सोच (Effective thinking to effective precautions) विषय पर बेविनार का आयोजन किया गया.
इस वेबिनार में मुख्य रूप से झारखंड सरकार स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, एआईपीसी के रिजिनल कोऑर्डिनेटर जरिता लैतफलांग, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आलिम जावेरी, डॉ आनंत सिन्हा, डॉ सुयश, सिन्हा, डॉ हर्ष, डॉ राजीव, अर्णव डे, भुवनेश ठाकुर, अफसार इमाम, प्रो डीके सिंह, ख्याति मुंजाल, अभिषेक मानव, मनीष गौतम, सहित झारखंड प्रोफेशनल कांग्रेस के कई पदाधिकारी ऑनलाइन शामिल थे.
वेबिनार में झारखंड सरकार स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि “डर से तब तक डरना चाहिये जब तक वो दूर है- जब वो पास आ जाये तब ड़टकर लड़ना चाहिये.”
झारखंड सरकार राज्य से कोरोना को मुक्त करने के लिए पूरी शक्ति लगा दी है, अभी कोरोना सैंपल की काफी ज्यादा करा रही है ताकि राज्य से कोरोना का खात्मा हो सके और यहां के तमाम लोग पूर्व की तरह अपना जीवन व रोजगार में लौट सके.
वेबिनार का संचालन व मॉडरेटर एआईपीसी के रिजिनल कोऑर्डिनेटर जरिता लैतफलांग ने किया तथा लोगों के हित में उपस्थित डॉक्टरों से सवाल पूछें. वहीं चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आलिम जावेरी ने एक संदेश राज्य के स्वस्थ्य मंत्री से कहा कि कैसे लोग स्वस्थ्य के प्रति जागरूक हो सके.
डॉ आनंत सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य के 95 प्रतिशत कोरोना मरीज बेहतर इलाज के बाद स्वस्थ होते जा रहें हैं, इससे घबराने की जरूरत नहीं है, आगे हो सकता है कि इस संक्रमण से सभी गुजरना पड़े इसके लिए भी सब डट कर तैयार रहें.
डॉ हर्ष ने कहा कि इस कोरोना कोविड-18 के पीरियड में लोगों को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की जरूरत है, हर रोज नियमित रूप व्यायम करें. कोरोना से घबराने एवं डरने की आवश्यकता नहीं है. शत प्रतिशत कोरोना का मरीज स्वास्थ्य होकर लगातार घर लौट रहे है.
डॉ राजीव ने कहा कि आयुर्वेदिक और हेमियोपेथीक दवा को भी सरकार वेल्यू दें, इससे भी देश मे कईयों की जान बचाने में मदद मिली है. उन्होंने कहा कि आर्सेनिक अल्बम 30 राज्य में 10 लाख लोगों तक बंटा गया है, इससे लोगों की इम्युनिटी पावर बढ़ा है.
वेबिनार में प्रोफेशनल कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल ने वेबिनार में शामिल सम्मानित वक्ताओं को धन्यवाद प्रेषित किया तथा कहा कि इस कोरोना संकटकाल में सभी वक्ताओं का बहुतमूल्य सुझाव रहा.
इस कोरोना के जंग में लगभग 99 प्रतिशत लोग लड़ते हुए सफल हुए है, इस पूरा श्रेय राज्य के तमाम कोरोना वारियर्स, खासकर डाॅक्टर-नर्स, पुलिस, मीडिया कर्मियो, सफाई कर्मियों एवम सामाजिक कार्यकर्ताओं को देता हैं. जिन्होंने पूरी तन्मयता के साथ कोरोना मरीजों का ख्याल रहा है. उन्होंने अंत में सभी को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी है.