चतरा:चतरा पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसपी ऋषभ झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर इटखोरी थाना पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व हुए माइक्रो फाइनेंस कंपनी के मैनेजर सुधीर कुमार हत्याकांड मामले का उद्भेदन कर दिया है. साथ ही पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले छह शातिर अपराधियों को घटना में प्रयुक्त हथियार के साथ धर दबोचा है. समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में आज आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विगत 12 अगस्त को इटखोरी थाना में भारत फाइनेंसियल कंपनी के मैनेजर सुधीर कुमार की अज्ञात अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर एक लाख तीन हजार रुपये लूटने का मामला शाखा प्रबंधक ने दर्ज कराया था. जिसके बाद डीएसपी मुख्यालय वरुण देवगम के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर ब्लाइंड मर्डर केस की जांच का निर्देश दिया गया था. इस टीम में पुलिस निरीक्षक इटखोरी कामेश्वर प्रसाद चौधरी, इटखोरी थाना प्रभारी सचिन कुमार दास के अलावे परिक्षयान पुलिस अवर निरीक्षक विकास कुमार पासवान, अभिनव आनंद, नितेश दुबे और गोविंद कुमार को शामिल किया गया था. जांच के दौरान एसआईटी की टीम ने घटना में शामिल हत्यारों को घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया है. एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले हत्यारों को इटखोरी थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार छह में से दो हत्यारों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. यह दोनों पूर्व में प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी के सदस्य रह चुके हैं. और नक्सली मामले में ही हजारीबाग पुलिस द्वारा जेल भी भेजे गए थे. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने फाइनांस कम्पनी के मैनेजर सुधीर कुमार की कई दिनों तक रेकी करने के बाद सुनियोजित तरीके से लूट के इरादे से घटना को अंजाम देकर एक लाख तीन हजार रूपया नकद व टैब लूट लिया था. इनके पास से लूट के पंद्रह हजार रुपया नकद समेत रेकी व घटना में प्रयुक्त दो बाईक, एक देसी पिस्टल मैगजीन के साथ, पिस्टल का एक खाली मैगजीन व चार कीपैड मोबाइल बरामद किया गया है.