रांची: भाजपा झारखंड प्रदेश के सह प्रभारी रामविचार नेताम ने कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले चरण में जो रुझान आ रहे हैं वह काफी सकारात्मक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित पार्टी के वरीय नेताओं के दौरे के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच उत्साह बढ़ा है. इन सभाओं में जनता की जो भीड़ उमड़ी है, उससे साफ संकेत मिलते हैं कि झारखंड में भाजपा फिर से सत्ता में आ रही है. राम विचार नेताम मंगलवार को भाजपा के मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में सरकार ने जनता से जुड़कर काम किया है जिससे विकास के काम में गति आई है.
किसी पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं
नेताम ने कहा कि सरकार में मंत्रिमंडल के किसी भी सहयोगी पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे है. कुछ ऐसे लोग हैं जो झारखंड में माहौल खराब कर रहे हैं. ऐसे लोगों को भाजपा पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए. यह हास्यास्पद स्थिति है कि जो खुद भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं वह हम पर आरोप लगा रहे हैं. नेताम ने पिछले 5 सालों में सरकार के द्वारा हासिल उपलब्धियों की विशेष रूप से चर्चा की और कहा कि भाजपा वोट बैंक की राजनीति नहीं करती. गरीबों, मजदूरों, नौजवानों के लिए काम किया. भाजपा ने और एनडीए सरकार ने पहली बार अनुसूचित जनजाति आयोग बनाया. यूपीए सरकार के समय आदिवासी कल्याण मंत्रालय का बजट 4000 करोड़ रूपये था, हम लोगों ने इसे 6900 करोड़ का किया. एकलव्य विद्यालय को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया गया जहां पढ़ाई के साथ साथ कैपेसिटी बिल्डिंग, कोचिंग की भी व्यवस्था की गई.
नेताम ने गिनाई उपलब्धियां
रघुवर दास की सरकार बनी, तो देश की आजादी के लिए शहीद होने वाले महापुरुषों की जन्मस्थली का विकास करने का निर्णय लिया गया. एक भव्य संग्रहालय का निर्माण कराया जा रहा है जहां राज्य के महापुरुषों की मूर्तियां स्थापित होंगी. प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना, शौचालयों का निर्माण, आयुष्मान भारत जैसी कई योजनाओं को धरातल पर उतारा गया. पूरे राज्य में 5 लाख आवासों का निर्माण किया गया. सरकार ने पिछले 5 सालों में 5 मेडिकल कॉलेजों के निर्माण का निर्णय लिया. इनमें से तीन का निर्माण पूरा हो चुका है जबकि दो का निर्माण अभी जारी है. देवघर में एम्स का काम शुरू हुआ है.
जनजाति समाज का रुझान भाजपा के पक्ष में
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जनजाति समाज का रुझान भाजपा के पक्ष में है. भारतीय जनता पार्टी आदिवासी समाज की हितैषी है और उनके सर्वांगीण विकास तथा कल्याण की बात सोचती और करती है. कांग्रेस झामुमो जैसी पार्टियों ने आदिवासियों को केवल वोट बैंक समझा और बरगलाया. उन्होंने कहा कि आदिवासी हित की बात करने वाले कांग्रेस झामुमो के लोगों ने आंदोलन को बेचा और खरीदा भी. स्थानीय नीति को बदलने की बात कह कर वह फिर से झारखंड को अराजकता की आग में झोंकने का काम कर रहे हैं. नेताम ने कहा कि सीएनटी एसपीटी का उल्लंघन करने वाले इसे कड़ाई से लागू करने की बात कर रहे हैं जो हास्यास्पद है. उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि जवाब दें 1 दिन में 16 रजिस्ट्री कराने वाले के साथ खड़े होकर कैसे कानून को कड़ाई से लागू करेंगे.
नक्सलवाद की घटनाओं में आई है कमीः अरूण
भाजपा अनुसूचित जनजाति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण उरांव ने कहा कि नक्सलवाद की घटनाओं में भी काफी कमी आई है इसकी पुष्टि आंकड़े भी करते हैं. 2014 के आसपास 397 नक्सली वारदात प्रतिवर्ष की घटनाएं दर्ज की जा रही थी. 2019 में 119 घटनाएं दर्ज हुई है. इसी तरह 2014 तक 14 नक्सली प्रतिवर्ष सरेंडर किया करते थे, जबकि 2014 से 2019 के बीच सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर 28 नक्सलियों ने प्रतिवर्ष सरेंडर किया. अभी जो कुछ नक्सली वारदातें हुई हैं, उसे चुनाव के समय नक्सली अपने वजूद को दिखाने के लिए करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के दौरान शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या में भी पिछले पांच वर्षों में भारी कमी आई है. उन्होंने कहा कि भाजपा के शासनकाल में आदिवासी प्रतिभाओं को सम्मान मिला है. गवर्नर की नियुक्तियों में भी पिछड़े व कमजोर वर्गों का प्रतिनिधित्व बढ़ा है. संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, सह प्रभारी संजय कुमार जायसवाल, अशोक बड़ाईक भी उपस्थित थे.