रांची: वर्ष 2014 में दूसरे दलों के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए पांच विधायकों मनोज कुमार यादव, जयप्रकाश भाई पटेल, कुणाल षाड़ंगी , प्रकाश राम और भानू प्रताप शाही को पार्टी ने टिकट दे दिया है,वहीं कांग्रेस से आये सुखदेव भगत पर अब तक निर्णय नहीं हो पाया है।
वर्ष 2014 के विधानसभा के कुछ ही दिनों बाद झाविमो के आठ में से छह विधायक रणधीर सिंह, अमर कुमार बाउरी, जानकी प्रसाद यादव, आलोक चौरसिया, गणेश गंझू और नवीन जायसवाल भाजपा में शामिल हो गये थे। इनमें से गणेश गंझू की जगह पार्टी ने किशुन कुमार दास को टिकट दिया, जबकि रणधीर सिंह, आलोक चौरसिया और नवीन जयसवाल को टिकट फिर से मिल चुका है। वहीं अमर कुमार बाउरी के चंदनकियारी और जानकी प्रसाद यादव के बरकट्ठा विधानसभा सीट पर अब तक कोई फैसला नहीं हो सका है।
पिछले महीने की 23 तारीख को कांग्रेस से लोहरदगा के विधायक सुखदेव भगत, बरही के विधायक मनोज यादव, मांडू से झामुमो के विधायक जेपी पटेल, बहरागोड़ा से कुणाल षाड़ंगी और भवनाथपुर से नौजवान संघर्ष मोर्चा के विधायक भानू प्रताप शाही भाजपामें शामिल हुए हैं. जबकि पांच अक्तूबर को लातेहार से झाविमो के विधायक प्रकाश राम ने भाजपा का दामन थामा था। इनमें से सुखदेव भगत को छोड़ कर मुख्यमंत्री रघुवर दास की लॉबिंग के बाद पार्टी नेतृत्व ने टिकट दे दिया है, वहीं आजसू पार्टी के रवैये के कारण सुखदेव भगत का टिकट फंस गया है।