रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि देश के वन बंधुओं को राम से अलग नहीं किया जा सकता हैं. राम उनके प्राण हैं. जिस दिन वन बंधुओं के प्राण उनके शरीर से अलग हो जाएंगे, उसी दिन वे राम से अलग हो सकते हैं.
रघुवर दास ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को होने वाला भूमि पूजन स्वतंत्र भारत के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय होगा. सत्तर एकड़ में बनने वाला यह श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र देश-दुनिया में एक नई इबारत लिखेगा.
उन्होंने कहा कि श्री राम ने जिन संकीर्णताओं को तोड़ते हुए मानव समाज की जो नींव रखी थी, यह तीर्थ क्षेत्र आध्यात्मिक जागरण की दिव्य ज्योति होगा.
इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि अयोध्या में भूमि पूजन के लिए देश भर से मिट्टी और जल मंगाया गया है. विडंबना यह है कि कुछ लोग पवित्र स्थानों की मिट्टी को धार्मिक भट्ठी में दहकाने की कोशिश कर रहे हैं,
उन्सहोंने कहा कि समाज को तोड़ने की कोशिशों में जुटे वैसे लोगों के पेट में इलिए दर्द हो रहा है कि शबरी राम के साथ जुड़ी है. कोई लाख कोशिश करे, देश के वन बंधुओं को राम से अलग नहीं किया जा सकता.
रघुवर दास ने कहा कि वेदों और मर्यादा का पालन करते हुए भगवान राम ने एक सुखी राज्य की स्थापना की थी. उन्होंने भावनाओं और सुखों से समझौता कर न्याय और सत्य का साम्राज्य स्थापित किया था.
मर्यादा पुरुषोत्तम ने जिन संकीर्णताओं को तोड़ते हुए मानव समाज की पुनर्रचना की नींव रखी थी, प्रधानमंत्री उस भगवान की जन्मभूमि की नींव रखकर संपूर्ण मानव समाज का कल्याण करने जा रहे हैं.