रांची: 12.81 करोड़ रुपए के मनी लाउंड्रिंग मामले में पूर्व मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी के पूर्व निजी सचिव मनोज कुमार सिंह ने आखिरकार लंबी फरारी के बाद शनिवार को ईडी की विशेष अदालत में सरेंडर किया. जहां से उसे 28 फरवरी तक के लिए जेल भेज दिया गया.
इससे पूर्व आरोपी ने ईडी के विशेष न्यायाधीश एसके पांडे की अदालत में सरेंडर करते हुए जमानत याचिका दाखिल की. याचिका पर सुनवाई हुई. अदालत ने याचिका खारिज करते हुए उसे बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा होटवार भेजने का निर्देश दिया. उक्त मामले में उसके दो भाईयों सुजीत कुमार एवं सुबोध कुमार भी आरोपी है. जिस पर ईडी जल्द ही कुर्की जब्ती वारंट प्राप्त करेगी. ईडी के दबिश के कारण मनोज सिंह ने 6 साल बाद सरेंडर किया.
मामला क्या है?
ईडी ने 12.81 करोड़ रुपए की मनी लाउंड्रिंग करने के मामले में जनवरी 2011 में प्राथमिकी दर्ज की थी. अप्रैल 2013 में चार्जशीट दाखिल की गई. इसके बाद अदालत ने चारों पर संज्ञान लिया था. मनोज मधु कोड़ा मंत्रिमंडल में मंत्री रहे सीपी चौधरी का 9 अक्तूबर 2006 से 23 अगस्त 2008 तक पीएस था. इसी दौरान उसने अवैध कमाई की थी.