रांची: पूर्व डिप्टी सीएम सुदेश महतो की हत्या के लिए सात साल पहले सुपारी लेकर टार्गेट करने वाला पीएलएफआई का पूर्व एरिया कमांडर देव सिंह मुंडा रंगदारी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. उसने एक महिला को फोन कर 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगी थी.
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि बीते नौ जुलाई को मीना देवी नाम की महिला ने देव सिंह के मोबाइल नंबर का हवाला देकर एफआइआर दर्ज कराई थी. इसमें कहा था कि उसे फोन कर घर खाली करने की धमकी दी गई. घर खाली नहीं करने पर 50 हजार रुपये की रंगदारी की मांग की गई. घटना सामने आने के बाद एसएसपी और ग्रामीण एसपी के निर्देश पर सिल्ली डीएसपी चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया.
टीम ने तकनीकी सेल की मदद से बंगाल बॉडर से देव सिंह मुंडा को दबोच लिया. घटना में प्रयुक्त मोबाइल और सिम कार्ड भी बरामद कर लिया गया. ग्रामीण एसपी के अनुसार देव सिंह मुंडा अनगड़ा सिकिदरी और सिल्ली क्षेत्र में सक्रिय था. इसके खिलाफ अनगड़ा में छह और सिकिदरी में मामला दर्ज हैं.
छापेमारी टीम में सिल्ली डीएसपी चंद्रशेखर आजाद, अनगड़ा थाना प्रभारी राजकुमार यादव, अनिल कुमार तिवारी, सरोज प्रसाद मेहता, कोनल कुमारी, रितेश कुमार लकड़ा, राहुल कुमार सहित अन्य शामिल थे.
देव सिंह मुंडा इससे पहले वर्ष 2018 के अगस्त महीने में पकड़ा गया था. उस समय पुलिस की पूछताछ में बताया था कि पूर्व डिप्टी सीएम की हत्या के लिए वर्ष 2014 में दो बार प्रयास किया था. कमांडर जीदन गुडिया की ओर से देव सिंह को हत्या की जिम्मेदारी मिली थी.
बताया गया है कि 27-28 जनवरी 2014 को सिल्ली में आयोजित प्रतिभा दर्शन महोत्सव में सोनाहातू के जीतन पातर मुंडा उर्फ प्रशांत एक काले बैग में टाइमर बम लेकर पहुंचा था. उस समय पूर्व डिप्टी सीएम के साथ वह मंच पर चढ़ा भी था, लेकिन सफल नहीं हो सका था. दोबारा 26 फरवरी 2014 को दूसरी बार प्रयास किया था.