नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन के दौरान कई लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी. लॉकडाउन की वजह से पैदा हुई मुश्किलों के चलते पंजाब के फरीदकोट में आज एक ही परिवार को चार लोगों ने खुदकुशी कर ली. पुलिस के मुताबिक यह घटना फरीदकोट में कलेर गांव गांव की है जहां एक परिवार ने खुद को आग के हवाले कर दिया. पुलिस को परिवार के मुखिया धर्मपाल द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने बताया कि वह कर्ज में डूबे हुए हैं और उसे चुकाने में असमर्थ हैं.
शनिवार को हुई इस घटना के बाद से ही कलेर गांव में सनसनी फैली हुई है. अपने सुसाइड नोट में 40 वर्षीय धर्मपाल ने कोरोना वायरस के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान अपनी मुश्किलों का जिक्र किया है. बता दें कि 25 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया था. बतौर फरीदकोट के एसपी सेवा सिंह मल्ही, धर्मपाल ने सुसाइड नोट में बताया कि उन्होंने किसी से 8 लाख रुपए का कर्ज लिया था और उसे उन्हें लौटाना था. धर्मपाल के पास न तो 8 लाख रुपए थे और न ही वह कर्ज चुका सकते थे.
फरीदकोट के एसपी सेवा सिंह मल्ही ने मीडिया को बताया कि परिवार के मुखिया धर्मपाल ने ही आत्महत्या की साजिश रची. देर रात जिस कमरे में पूरा परिवार सो रहा था वहां वह एक एलपीजी सिलेंडर लेकर गए, फिर कमरे को अंदर से बंद कर दिया. इसके बाद धर्मपाल ने खुद पर और अन्य सदस्यों पर 10 लीटर मिट्टी का तेल डाला, इसके अलावा उन्होंने सिलेंडर भी खुला छोड़ दिया और फिर आग लगा दी. एसपी के मुताबिक कुछ समय के अंदर ही आग की लपटों ने पूरे कमरे को अपनी चपेट में ले लिया और पूरा परिवार जिंदा जल गया.