रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा है कि पार्टी ने अपने स्थापना काल के कुछ ही वर्षा बाद 1905 में सरकार की फूट डालो-राज करो की नीति और कट्टरपंथियों के नापाक इरादे के खिलाफ संघर्ष किया था और एक फिर से ऐसी ही दमनकारियों और लोगों को बरगलाने वाली शक्तियों के खिलाफ एकजुट होने की जरुरत है. डॉ. उरांव आज राष्ट्र निर्माण की अपनी महान विरासत पर कांग्रेस की श्रृंखला ‘धरोहर’ की छठी कड़ी के सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट को शेयर करने के मौके पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि 1905 में बंगाल विभाजन भारतीय इतिहास के सबसे भयावह पलों में से एक है. इस विभाजन का उद्देश्य या नफरत के जरिये भारत को सांप्रदायिक रूप से बांटना और जनता के सहयोग से आजादी के आंदोलन का नेतृत्व कर रही कांग्रेस की शक्ति को कम करना अंग्रेजों वाली वही नीति आज भी अपनायी जा रही है. मगर जब अंग्रेजों का दांव उलटा पड़ा गया, तो मौजूदा विभाजनकारी ताकतों को भी मौत मिलेगी, क्योंकि समय भी कांग्रेस की अगुवाई में पूरा देश इस बंटवारे के खिलाफ उठ खड़ा हुआ और स्वदेशी अपनाओ, विदेशी बहिष्कार का आंदोलन शुरू हुआ था.
उन्होंने बताया कि 7 अगस्त 1905 को कोलकाता के टाउन हॉल में एक बैठक के दौरान ब्रिटिश वस्तुओं के बहिष्कार का प्रस्ताव पारित किया गया और बनारस अधिवेशन में गोपाल कृष्ण गोखले के नेतृत्व में स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक घोषण की गयी. यह एक आर्थिक आंदोलन भी था, जिसका उद्देश्य अपने देश के कारीगरों और निर्माताओं को आर्थिक तथा सामाजिक रूप से मजबूत करना था. यही आंदोलन देश में कई स्थानीय कपड़ा कंपनी बैंकों, बीमा कंपनियों की स्थापना की नींव बना.
लाला लालपत राय, बाल गंगाधर तिलक, बिपीन चंद्र पाल जैसे नेताओं के सानिध्य में इन आंदोलनों ने भारतीयों को एकजुट किया और आगे चलकर सत्याग्रहण एवं असहयोग आंदोलन की नींव के रूप में कार्य किया. दादा भाई नौरोजी के नेतृत्व में कोलकाता में 1906 के कांग्रेस अधिवेशन ने राष्ट्रीय शिक्षा और स्वशासन संकल्पों के जरिये आंदोलन को और गति देने और इसी अधिवेशन में पहली बार स्वराज पर बल देते हुए दादा भाई नोरोजी ने कहा कि हम कोई कृपा की याचना नहीं कर रहे है, हमें तो केवल न्याय चाहिए. स्वदेशी से लेकर स्वराज्य तक कांग्रेस ने आजादी के बाद भी अपने विचारों से समझौता नहीं किया और कई संस्थानो का निर्माण कर देश को आत्मनिर्भर बनाया. उन्होंने कहा कि देश के लिए ये सोच ये संघर्ष आज भी जारी है और आगे भी जारी रहेगा.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने भी कहा कि ‘धरोहर’ नामक वीडियो की छठी कड़ी को शेयर करते हुए कहा कि नयी युवा पीढ़ी को कांग्रेस पार्टी के इतिहास और कार्यां से अवगत कराने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है. उन्होंने बताया कि पार्टी के तमाम मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और वरिष्ठ नेताओं भी वीडियो को शेयर किया. सोशल मीडिया के प्रदेश कोर्डिनेटर गजेंद्र प्रसाद सिंह ने इस कार्य में सभी का सहयोग किया.