जिले में जांच की गति को तेज करते हुए काॅन्टेक्ट ट्रैसिंग व सुविधाओं पर दें विशेष ध्यानः उपायुक्त
टीकाकरण व नवजात बच्चों के सुविधाओं को लेकर उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा-निर्देश
देवघर: उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग एवं जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं चल रहे विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक का आयोजन समाहरणालय सभगार में किया गया.
इस दौरान सर्वप्रथम जिले में मलेरिया/फाइलेरिया, डेंगू/चिकनगुनिया के लार्वा को समाप्त करने एवं लोगों को इनके प्रभाव से बचाने व जागरूक करने हेतु घर-घर जाकर किये जाने वाले सर्वे के कार्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया.
इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त ने सर्वे के दौरान कुल 45 घरों में लार्वा पाए जाने को लेकर सिविल सर्जन के माध्यम से सभी एमपीडब्लू, एमपीएस एवं भोलेन्टियर को निर्देशीत किया कि जिन घरों में लार्वा पाए गए है. सभी घरों में साफ-सफाई एवं कीटनाशी दवा का छिड़काव कराया जाये.
साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जाये कि किसी भी जगह में पानी का जमाव न होने दें. जहां भी पानी का जमाव होता तुरंत उन जगहों की साफ-सफाई की जाये, तभी हम मलेरिया/फाइलेरिया, डेंगू/चिकनगुनिया के लार्वा को समाप्त करते हुए अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं.
साथ हीं उन्होंने एमडीए के तहत डीईसी एवं एलवेंडाजोल की दवा को घर-घर जाकर खिलाए जाने के कार्यों के अद्यतन स्थिति को लेकर सिविल सर्जन को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया. इस दौरान उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा जानकारी दी गई कि अभी तक लक्ष्य के अनुरूप 92.02 प्रतिशत की प्राप्ति की गई है.
ऐसे में दिनांक- 07.09.2020 से 14.09.2020 तक जिले में गहन स्वास्थ्य जांच अभियान चलाया जाना है. जिसके तहत उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, सांस और लीवर संबंधी समस्याएं, मुंह का कैंसर, कुष्ठ रोग और मोटापा जैसे रोगों से ग्रसित लोगों की सूची तैयार करते हुए जांच की जाएगी.
उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि इस जन सर्वे के दौरान कोविड का भी जांच किया जाये, साथ ही सोसल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर आदि का प्रयोग करे. इसके अलावे उपायुक्त ने प्रखंड वाईज संस्थागत डीलिवरी की समीक्षा करते हुए सभी संबंधित चिकित्सकों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अपने-अपने क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर लें तथा उन सभी का डीलिवरी के उपरांत सभी का शत प्रतिशत आकड़ा तैयार करा लें.
बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को 1 घंटा के अंदर माता का दूध पिलाना, टीकाकरण एवं अन्य सारी सुविधाएं नवजात बच्चे को उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा की गयी तथा हर-हाल में नवजात शिशुओं को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया.
समीक्षा बैठक के क्रम में उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा जिले में कोविड संक्रमण के दरम्यान टेस्टिंग, ट्रेसिंग, जागरूक्ता आदि के कार्यों की समीक्षा करते हुए सिविल सर्जन को निर्देशित किया है कि जिले में एक सप्ताह के दरम्यान कम से कम 10,000 लोगों का कोविड जांच किया जाये.
उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देशित करते हुए कहा कि आरटीपीसीआर, ट्रूनेट, रैट (RAT) से संबंधित कीट की संख्या पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखे, ताकि राज्य द्वारा निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु निर्बाध जांच किया जा सके.
इसके अलावे उन्होंने पॉजिटिव हुए मरीजों के प्रबंधन की जानकारी लेते हुए निर्देश दिया कि वैसे क्षेत्र जहां से कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा आ रहे है. उन क्षेत्रों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग एवं जांच का कार्य प्रथमिक्ता के आधार पर करे. साथ ही बहुत ज्यादा जरूरत हो तभी कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रखे अन्यथा सभी को कोविड केयर सेंटर में ले जाया जाये.
बैठक में उपरोक्त के अलावे सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनिता कुजूर, सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी एवं संबंधित विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे.