रांची में कोविड-19 जांच हेतु 8 स्थानों पर सैंपल कलेक्शन सेंटर
कलेक्शन सेंटर के लिए बनाई गई टीम की ब्रीफिंग
ब्रीफिंग में उप विकास आयुक्त ने पदाधिकारियों/कर्मियों को कार्य एवं दायित्व की दी जानकारी
‘सावधानी के साथ सेवा भाव से करें काम’
रांची: रांची में 8 स्थानों पर कोविड-19 के जांच के लिए स्टैटिक सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं, जहां सुबह 10:00 बजे से शाम के 6:00 बजे तक लोग कोविड-19 जांच के लिए अपना सैंपल जमा कर सकते हैं. इन सभी आठ सेंटर्स में प्रतिनियुक्त किए गए पदाधिकारियों/ कर्मियों की ब्रीफिंग की गई.
मोरहाबादी स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय सभागार में उप विकास आयुक्त, रांची अनन्य मित्तल ने मजिस्ट्रेट (लॉ एंड ऑर्डर) मजिस्ट्रेट (ओवरऑल मैनेजमेंट) एवं टीम में प्रतिनियुक्त किए गए वीएलई, डाटा एंट्री ऑपरेटर आदि की ब्रीफिंग की. सभी को उनके कार्य एवं दायित्व की जानकारी देते हुए बताया गया कि किस तरह से सावधानी के साथ लोगों के सैंपल कलेक्ट करने हैं.
दिशा निर्देशों का पूरी तरह से करें पालन – डीडीसी
ब्रीफिंग के दौरान उप विकास आयुक्त ने बताया किस सैंपल कलेक्शन के दौरान सेंटर में कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क का उपयोग करें, साथ ही समय-समय पर सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल करें. उन्होंने बताया कि सैंपल देने आने वाले लोगों को भी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के इस्तेमाल के बारे में बताएं.
‘मोबाइल नंबर वेरीफाई करें, एड्रेस में थाना का जिक्र जरूर करें’
ब्रीफिंग के दौरान उप विकास आयुक्त ने खास तौर पर निर्देश देते हुए कहा कि सैंपल देने वाले लोगों का एड्रेस अच्छे से नोट करें, उनसे लैंड मार्क के बारे में पूछें एवं संबंधित थाने का जिक्र अवश्य करें.
साथ ही सैंपल देने वाले व्यक्ति द्वारा जो मोबाइल नंबर दिया जा रहा है उसकी कॉल कर वेरिफिकेशन जरूर कर लें. उन्होंने बताया कि एसआरएफ आईडी जेनरेट करना बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए इसमें सावधानी बरतें.
ब्रीफिंग के दौरान उपायुक्त ने एनएचपी पोर्टल पर हाई रिस्क और लो रिस्क पर्सन के डाटा को अपलोड करने के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी. उप विकास आयुक्त द्वारा सभी टीमों को सेंटर में रैपिड एंटीजन टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट किस स्थिति में करना है इसके बारे में भी विस्तार से बताया .
सैंपल कलेक्शन के दौरान किसी तरह की समस्या आने पर सभी टीमों को संबंधित पदाधिकारियों/कर्मियों के फोन नंबर भी उपलब्ध कराएं ताकि सैंपल कलेक्शन का कार्य निर्बाध रूप से चलता रहे.