तीन साल में प्रदेश कमेटी गठन नहीं होने पर उठाया सवाल
रांची:- झारखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने नई दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह के कामकाज के तरीके पर नाराजगी जाहिर की. वहीं उनके कार्यकाल में तीन साल से अधिक वक्त हो जाने के बावजूद प्रदेश कमेटी गठन नहीं हो पाने पर सवाल उठाया.
फुरकान अंसारी ने कहा कि झारखंड में तीन साल से अधिक वक्त हो गए, पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी गठित नहीं हो सकी, झारखंड में कांग्रेस के पार्टी प्रभारी से पूछा जाना चाहिए कि तीन सालों मे प्रदेश की कमेटी क्यों नहीं गठित हुई, अगर प्रदेश अध्यक्ष को खुले तौर पर काम करने नहीं देंगे, तो संगठन कितना धारधार और जमीनी स्तर पर मजबूत होगा. इसके बाद भी प्रभारी को सब कुछ सुहाना लगता है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना है और भरोसा दिलाया है कि वे आलाकमान को वस्तु स्थिति से अवगत कराएंगे.
पूर्व सांसद ने कहा है कि महासचिव को कमेटी गठन नहीं होने का नफा-नुकसान भी बताया है. उन्होंने कहा कि बीस सूत्री कमेटी का गठन होना है, इसमें कांग्रेस का भी हिस्सा है. प्रखंडों में कौन अध्यक्ष होगा, यह भी प्रभारी तय करेंगे, तो पार्टी जमीनी स्तर पर कैसे मजबूत होगी. उन्हांने कहा कि सत्तारूढ़ दल में साढ़े तीन साल से कमेटी नहीं है, झारखंड में कांग्रेस के विधायकों और नेताओं को भी इस बारे में बोलना चाहिए.
फुरकान अंसारी ने कहा कि प्रभारी जब भी झारखंड दौरे पर आते हैं, तो सरकार और संगठन की वाहवाही कर लौट जाते हैं.केंद्र ने झारखंड सरकार के साथ भेदभाव का रवैया अपना रखा है. हेमंत सोरेन की सरकार कई मोर्चे पर आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रही है. इन मामलों को लेकर प्रभारी ने कितनी मजबूती से बातों को उठाया है, या केंद्र सरकार को घेरा है. हेमंत सरकार में कांग्रेस के मंत्रियों की जिम्मेदारी तय करने के लिए क्या पार्टी में प्रदेश स्तर पर पुराने नेताओं से कभी रायशुमारी की गई है, सिर्फ मंत्रियों से बात कर लेने से पार्टी नहीं चलती.