चतरा: चतरा के प्रतापपुर थाना क्षेत्र में अनुसूचित जाति की गर्भवती महिला के साथ गैंगरेप का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. जिसके बाद पीड़िता के बयान पर स्थानीय थाना में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले के अनुशंधान में जुट गई है. इधर घटना की सूचना पाकर जहां पुलिस ने महिला का मेडिकल कराते हुए जांच शुरू कर दिया है. वहीं एसडीपीओ ने मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की बात कही है. मामला प्रतापपुर थाना क्षेत्र के झारखंड-बिहार सीमा पर स्थित हुमाजांग पंचायत के नवरतनपुर गांव के सिमराडीह टोला है. जहाँ एक अनुसूचित जाति की विवाहित महिला ने चार अज्ञात युवकों पर जबरन उठाकर जंगल मे ले जाकर गमछा से बांधकर गैंगरेप की घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है.
इस बाबत महिला ने पुलिस को बताया है कि वो अपने मकई के खेत मे घुसे मवेशियों को भगाने हुमाजांग गांव की ओर गई थी. इसी दौरान पहले से घात लगाए दो अज्ञात युवकों ने उसे पकड़ लिया और गमछा से मुँह बांधकर जंगल की ओर ले गए. जहाँ पहले से मौजूद दो अन्य युवकों के साथ मिलकर सभी ने उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. इसके बाद किसी तरह महिला घर पहुंची और घटना की जानकारी परिजनों को दिया. जिसके बाद परिवार के सदस्य मुखिया के सहयोग से थाना पहुंचे और प्राथमिकी दर्ज कराया. पीड़िता ने बताया कि जिन युवकों ने घटना को अंजाम दिया है वे सभी उसके गांव में ताड़ी पीने आते हैं, देखने पर पहचान जाएंगे। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एसडीपीओ वरुण रजक प्रतापपुर पहुंचे और मामले की जांच की.
एसडीपीओ ने बताया मामले की गहनता से जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट और मेडिकल रिपोर्ट के संयुक्त आधार पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.