रांची: झारखण्ड नामधारी पार्टियां संथाल की भोली भाली जनता को सिर्फ वोटबैंक समझती हैं. हमारी सरकार ने संथाल के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया है. झारखण्ड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस से आपको जानने का हक है कि क्यों 2014 तक राज्य के 68 लाख परिवारों में से सिर्फ 38 लाख परिवारों तक ही बिजली पहुंची थी? क्यों स्कूलों में बच्चे बोरे पर बैठकर पढ़ने को मजबूर थे?क्यों नहीं राज्य की माँ और बहनों को धुएं की जिंदगी से आजादी दिलाई, गरीबों को अपना घर क्यों नहीं दिलाया, महिलाओं के सम्मान में क्यों शौचालय नहीं बनवाया, क्यों नहीं गरीबों के स्वास्थ्य बीमा कराया, क्यों नहीं किसानों की आर्थिक समृद्धि के वाहक बने, झारखण्ड के माथे से भ्रष्टाचार का कलंक क्यों नहीं हटाया. इनके पास इन सवालों के जवाब नहीं हैं क्योंकि ये अफवाह और दुष्प्रचार की राजनीति करते हैं. लेकिन अब यह नहीं चलेगा. झूठे और फरेबी वादों के दिन चले गए. अब संथाल की जनता को काम करने वाली सरकार चाहिए, भारतीय जनता पार्टी की सरकार चाहिए. 14 साल तक जेएमएम, आरजेडी, कांग्रेस जोड़-तोड़ की राजनीति करती रही. इनका मकसद सिर्फ सत्ता पाना था. अपनी अर्थपेटी भरकर इन्होंने राज्य की जनता को धोखा देने का काम किया है.इस बार आपको इन्हें बाहर निकालना है. ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संथालपरगना में जोहार जनआशीर्वाद यात्रा के पहले दिन विभिन्न जनसभाओं को संबोधित करते हुए कही
पांच साल का हिसाब देने आया हूं, आप सभी के आशीर्वाद से फिर मजबूत सरकार बनेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से विकास की बाट जोह रहे झारखण्ड की जनता तक पिछले पांच साल में विकास की किरण पहुंचाने का प्रयास हुआ है. हम यह नहीं कहते कि हमने चीजों को पूरी तरह बदल दिया, लेकिन विकास कार्यों की शुरुआत की है. हमें अभी काफी आगे जाना है। पिछले पांच साल के विकास कार्यों को लेकर मैं आपके बीच आया हूं. मुझे आशा है कि अगले पांच वर्षों के लिए आपका आशीर्वाद मिलेगा और झारखंड को एक मजबूत सरकार मिलेगी. हमारी सरकार मिहिजाम समेत पूरे संथालपरगना के विकास के लिए कृतसंकल्पित है.संथाल परगना में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने सालों तक राज किया लेकिन संथाल पिछड़ता ही चला गया.सोरेन परिवार ने संथाल के विकास को रोके रखा. इस बार संथाल परगना को कांग्रेस और जेएमएम मुक्त बनाना है. हमारी सरकार ने बालू का अधिकार ग्राम पंचायतों को दिया लेकिन झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की सरकार ने बालू का ठेका मुंबई के एक ठेकेदार को दे दिया था. राज्य के संसाधनों पर पहला हक झारखण्डवासियों का है, न कि बाहर के किसी व्यक्ति का.
सरकार ने हमेशा जनता से संवाद को प्राथमिकता दी है
नाला विधानसभा के खैरा में मुख्यमंत्री ने जनता के साथ चाय पर चर्चा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने शुरुआत से ही जनता से संवाद को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. हमने योजनाएं और बजट भी जनता से पूछकर ही बनाये हैं ताकि उनकी जरूरतों के अनुसार ही कार्य किए जाएं. संथाल परगना ने झारखण्ड को तीन-तीन मुख्यमंत्री दिए, लेकिन इन्होंने संथाल परगना के विकास को रोके रखा. इनकी नीति थी कि अगर संथाल का विकास करेंगे तो संथाल शिक्षित हो जाएगा, फिर इन्हें वोट कौन देगा. हमारी सरकार ने संथाल के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया है. देवघर में एम्स खुल रहा है, साहिबगंज में मल्टी मॉडल टर्मिनल खुल चुका है, देवघर में एयरपोर्ट पर काम हो रहा है, दुमका में मेडिकल कॉलेज में इस सत्र से पढ़ाई शुरू हो रही है. यह है वर्तमान सरकार के कार्य करने का तरीका। हम विकास के पक्षधर हैं, झूठ, फरेब, वंशवाद और परिवार वाद की राजनीति भारतीय जनता पार्टी नहीं करती.