पणजी : क्या गोवा सरकार और गोवा स्विमिंग एसोसिएशन को मुख्य कोच सुरजीत गांगुली का वीडियो सामने आने से पहले ही महिला तैराकों के साथ उनके द्वारा कथित तौर पर यौन शोषण करने की जानकारी थी? पिछले सप्ताह वायरल हुए वीडियो में गांगुली एक नाबालिग तैराक का यौन शोषण करते हुए दिखाई दे रहे थे.
रविवार को वायरल हुई एक अन्य वीडियो क्लिप में विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने पिछले सत्र के दौरान खेल मंत्री मनोहर अजगाओंकर को महिला तैराकों के लिए महिला कोच नियुक्त नहीं करने की स्थिति में संभावित परिणामों के बारे में चेताया था.
कामत ने राज्य विधानसभा में कहा था, “लड़कियों को शर्म और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक भी महिला कोच नहीं है. कृपया इसे ध्यान में रखें. यह बहुत महत्वपूर्ण है, नहीं तो भविष्य में मुझे नहीं पता कि इससे क्या परिस्थितियां उत्पन्न हों. मैं आपको बता रहा हूं, बाद में आप कहेंगे कि आपको बताया नहीं गया. परिजन महिला कोच नियुक्त करने के लिए जोर दे रहे हैं, जो बिल्कुल उचित है.”
कामत को विधानसभा में यह कहते हुए भी देखा जा रहा, “तैराकी के लिए कई लड़कियों ने नामांकन कराया है. वे छोटी बच्चियां हैं. उनके परिजनों ने अनौपचारिक रूप से हमसे शिकायत की है. मैं उनके नाम नहीं लेना चाहता. वे तैराकी के लिए महिला कोच चाहते हैं, तैराकी के लिए एक भी महिला कोच नहीं है.”
रविवार को इससे पहले गोवा पुलिस ने सुरजीत गांगुली को गिरफ्तार कर लिया. सुरजीत पर एक 15 वर्षीय स्विमिंग चैंपियन ने उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया था.
स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख कामत ने सोमवार को कहा कि गोवा की तैराकी करने वाली लड़कियों के परिजनों ने उन्हें सिर्फ अनौपचारिक रूप से अपनी बच्चियों के लिए महिला कोच की जरूरत का संकेत दिया था.
कामत ने कहा, “कोई औपचारिक शिकायत नहीं की गई थी.”
उन्होंने कहा, “परिजनों ने मुझे संकेत दिया था कि उन्हें अपने बच्चों, विशेषकर लड़कियों के लिए महिला स्विमिंग कोच की जरूरत है.” उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद सरकार पहले से ही महिला कोच को नियुक्त करने की प्रक्रिया में है.
कामत ने कहा, “मुख्य मंत्री (प्रमोद सावंत) ने मुझे आश्वासन दिया है कि इसे प्राथमिकता पर किया जाएगा.”
कामत ने कहा कि आमतौर पर परिजन ट्रेनिंग या प्रतियोगिता के समय पर अपने बच्चों के साथ ही होते हैं. वे उन्हें अकेला नहीं छोड़ते है.