रांची: हाई स्कूल और प्लस टू के स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है. झारखंड स्टेट प्रोजेक्ट काउंसिल की ओर से रांची सहित राज्य के सभी 1200 हाई स्कूल और प्लस टू में कंप्यूटर लैब बनाए जाएंगे. इनमें कंप्यूटर की पढ़ाई शुरू होगी. 10वीं से पहले और 12वीं से पहले छात्रों को कंप्यूटर का बेसिक जानकारी उपलब्ध कराया जाएगा.
प्रत्येक कंप्यूटर लैब में एक डेडीकेटेड कंप्यूटर टीचर बहाल होगा. झारखंड स्टेट प्रोजेक्ट काउंसिल की ओर से इन स्कूलों में कंप्यूटर लैब बनाने के लिए प्राइवेट एजेंसी का चयन किया जा रहा है जो एजेंसी इस कंप्यूटर लैब का टेक्निकल सपोर्ट भी करेगी.
झारखंड स्टेट प्रोजेक्ट काउंसिल के एक अधिकारी ने बताया कि राज्यभर के सभी हाईस्कूल और प्लस टू में कंप्यूटर लैब बनाने का काम शुरू हो गया है. इसके लिए एजेंसी चयन करने का काम प्रोसेस में है. हर स्कूल में 10 कंप्यूटर का एक लैब बनाया जाएगा, जहां कंप्यूटर से संबंधित सारी पढ़ाई बच्चों को कराया जाएगा. इस लैब में जो 10 कंप्यूटर प्राइवेट एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा. उस एजेंसी को 5 साल तक इसका रख-रखाव और संचालन करने की जिम्मेवारी भी होगी. इसी एजेंसी को इस कंप्यूटर का टेक्निकल पाठ 5 साल तक देखना होगा.
इन कंप्यूटर लैब में डेडीकेटेड कंप्यूटर टीचर भी होंगे जो छात्रों को कंप्यूटर की पढ़ाई कर कराएंगे. हाई स्कूलों में लैब इसलिए लगाया जा रहा है ताकि जो 10वीं तक के बच्चे हैं उनको 10वीं के बोर्ड देने से पहले ही कंप्यूटर की बेसिक जानकारी उपलब्ध हो जाए.
इसी तरह 12वीं में पढ़ने वाले बच्चों के लिए भी प्लस-2 स्कूलों में लैब बनाए जा रहे हैं. इसका मकसद है कि बच्चों को 12वीं के पहले कंप्यूटर का नॉलेज हो सके. इसके लिए भारत सरकार द्वारा 60 परसेंट और झारखंड सरकार का 40 परसेंट का बजट प्रावधान किया गया है और इसी बजट से कंप्यूटर लैब तैयार किया जा रहा है.