रांची: रांची गोशाला प्रांगण में श्री कृष्ण गोपाष्टमी महोत्सव आज सादगी पूर्ण ढंग से मनाया गया. इस अवसर पर प्रातरू 7.30 बजे गणेश पूजन, हवन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ. प्रातरू 8रू00 बजे से शहर की महिलाओं और बच्चों ने गोशाला प्रांगण में आकर गौ माता की पूजन किया.
श्रद्धालुओें ने गो दर्शन किया और गो माता को चोकर, हरा चारा और रोटी आदि खिलाया. इस अवसर पर महिलाओं ने गो पूजन के बाद गो आरती उतारी एवं गौ माता की परिक्रमा की . मुख्य संयोजक सज्जन सर्राफ ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए मेले, सांस्कृतिक कार्यक्रम, बच्चों की प्रतियोगिता, शोभा यात्रा का कार्यक्रम स्थगित रखा गया.
गौशाला में गाय के लिए चारा का दान भी गौ भक्तों ने दिया. आज की सेवा कार्य में मुख्य सचिव सज्जन सराफ, किशोरी लाल चौधरी, ओमप्रकाश छापड़िया, शत्रुघ्न लाल गुप्ता, हरी कृष्ण बजाज, राजकुमार, टिबड़ेवाल, प्रदीप राजगढ़िया, प्रमोद सारस्वत, अरुण बुधिया, दीपक सरावगी, राजेंद्र बंसल, सुरेश जैन, घनश्याम शर्मा, बसंत शर्मा, ललित, ज्योति बजाज सहित काफी संख्या में ट्रस्टी शामिल हुए.
संयोजक प्रमोद सारस्वत ने बताया कि हरमू रोड स्थित गोशाला सहित आठ अन्य जगहों में भी गो पूजन का कार्यक्रम गोशाला की देख रेख में हुआ. 8 जगहों पर प्रात 7.30 से 11.रू00 तक महिलाओं, पुरुषों ने परिवार संग गौ माता की पूजा की तथा गौ माता के लिए दान दिया. उपरोक्त अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग प्रभारी बनाए गए थे.
उन्होंने बताया कि चांदनी चौक, कांके रोड के प्रभारी दीपक सरावगी, श्रीराम गार्डन कांके रोड का प्रभारी पवन बजाज, कृष्ण नगर कॉलोनी के प्रभारी ओमप्रकाश बरेजा,होटल सिटी पैलेस के प्रभारी विजय राजगढ़िया, मैकी रोड प्रभारी शिव भगवान अग्रवाल, श्री दुर्गा मंदिर बकरी बाजार के प्रभारी निर्मल मोदी, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रभारी शिव शंकर साबू और आरोग्य भवन के सामने- सीएन होंडा सिटी के प्रभारी सुनील गुप्ता बनाये गए. सभी गौ भक्तों ने अपने अपने क्षेत्र के प्रभार को बहुत ही अच्छे ढंग से निभाया.
गोपाष्टमी के मौके पर मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने पारंपरिक राजस्थानी परिधान पहनकर अपने परिजनो के साथ गौ पूजन किया. इस मौके पर महिलाएं अपने घरों से कई प्रकार के पकवान बनाकर गायों को खिलाया कई भक्तों ने गुड़, हरी सब्जी, चारा गायों को खिलाया.
गोपाष्टमी के मौके पर महोत्सव संयोजक सज्जन सरार्फ ने कहा कि गौ पूजन भगवान की पूजा से बड़ी पूजा है. गौ पूजन मे एक साथ 33 हजार करोड़ देवीदेवताओें की पूजा होती है. गौ माता के बगैर संसार की रचना अधूरी है. गौ माता जीवन भर दूध पिलाने वाली माता है. गौ माता को जननी से उंचा दर्जा दिया गया है. गौ माता एक चलता फिरता मंदिर है.