धनबाद:- झारखंड के बनने वाली पहली 8 लेन सड़क के किनारे भू-माफियाओं ने सरकारी जमीन की जमाबंदी कर कई एकड़ जमीन हथिया लिया. जिसके बाद उसे कौड़ी के भाव में बेचा दिया. जिस पर जिला प्रशासन की नजर अब टेढ़ी हो चुकी है और एडीएम विधि व्यवस्था के नेतृत्व में लगातार तीन दिनों से सरकारी जमीन की मापी शुरू हो गई है.
हीरक रोड के ठीक बगल लगभग 16 एकड़ जमीन की मापी जिला प्रशासन आमा घाटा मौजा का खाता नंबर 28 की मापी करवा रही है. मापी की मॉनिटरिंग खुद एडीएम विधि व्यवस्था चंदन कुमार कर रहे हैं. जमीन मापी के लिए 3 सदस्यीय अमीन की टीम बनाई गई है जिनकी देखरेख में मापी हो रही है. जमीनों में काफी संख्या में मकान बनाकर लोग रह रहे हैं. विरोध की आशंका को देखते हुए अमीनो को सुरक्षा मुहैया भी कराई गई है.
जमीन की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है और धनबाद की इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि इतने बड़े गोरखधंधे पर जिला प्रशासन रेस हुआ है. सरकारी जमीन की मापी कर उन्हें चिन्हित किया जाएगा जिसके बाद वहां पर रह रहे लोगों को नोटिस दिया जाएगा. फिर अतिक्रमण कर रह रहे लोगों को वहां से हटाया जाएगा. जिसके बाद जिला प्रशासन की योजना वहां पर एक पार्क बनाने की है. हालांकि पार्क बनाने से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी स्पष्ट तौर पर नहीं दी गई है.जमीन पर निर्माण होने के कारण अमीन को मापी करने में भी परेशानी हो रही है. यह मापी कितने दिनों में पूरी होगी यह कहना अभी जल्दबाजी होगी. अब देखना दिलचस्प होगा कि मापी पूरी कब तक होती है और वहां पर रह रहे अतिक्रमणकारियों को कब तक जिला प्रशासन हटाने में कामयाब होती है या फिर यूं ही सब कुछ ठंडा पड़ जाएगा.