रांची नगर निगम व पथ निर्माण विभाग के द्वारा हुए सभी नाली नाला निर्माण कार्य की सीबीआई जांच हो
महरूम फलक के परिवार को 10 लाख मुआवजा दे सरकार
हिंदपीढ़ी की बच्ची फलक के साथ कल जो कुछ हुआ उसने पूरे राज्य को शर्मसार किया है एक ओर जहां रांची को स्मार्ट सिटी बनाने की बात पांच सालों से हो रही है करोड़ों खर्च कर के नाली व नाले का निर्माण कराया जा रहा है वहीं दूसरी ओर एक पांच साल की बच्ची नाले में बह जाती है और 6 किलोमीटर दूर उसका शरीर मिलता है
जब इतनी भयावह स्थिति है तो हर हाल में शहर के सभी नाली और नाले के निर्माण की सीबीआई जांच हो
और इसमे लिप्त अधिकारी ठेकेदार पर तुरन्त प्राथमिकी दर्ज कर करवाई की जाए, और सभी दोषी ठेकेदारो का लाइसेंस रद्द किया जाए झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता डॉ० तनुज खत्री ने कहा कि तत्काल फलक के परिवार को मुआवजे के तौर पे 10 लाख रुपए दे सरकार
बच्ची के मौत का जिम्मेदार नगर निगम व नगर विकास विभाग है
इतनी बड़ी घटना के बाद भी नगर विकास मंत्री का बयान समझ से परे आख़ीर वो किससे और किसकी जांच करवाने की बात कर रहे हैं । समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला कि शहर के नाले 200 करोड़ो रुपये से ऊपर के खर्च से बने हैं क्या बिना नगर विकास मंत्री के सहमति से 200 करोड़ रुपये खर्च हो गए जो वो इस तरह का बयान दे रहें हैं ?
तत्काल शहर के सभी बिना स्लैब वाले नालों में स्लैब लगाया जाए ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो ।