अमृतसर (पंजाब): श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा का प्रबंधन पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पीएसजीपीसी) से पाकिस्तान सरकार ने छीन लिया है. श्री करतारपुर साहिब का प्रंबधन अब ईटीपीबी (Evacuee Trust Property Board) के नौ अधिकारियों को सौंप दिया है. बता दें कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान ने श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा श्रद्धालुओं के लिए खोला था. वहीं ईटीपीबी का गठन पाकिस्तान ने विभाजन के बाद किया था.
पाकिस्तान सरकार द्वारा गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब को ‘प्रोजेक्ट बिजनेस प्लान’ घोषित कर दिया है. गुरुद्वारा करतारपुर के प्रबंधन के लिए जिस नौ सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, उसमें पीएसजीपीसी के किसी भी सदस्य को शामिल नहीं किया गया है. गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब की मर्यादायों में इन नौ अधिकारियों का दखल बढ़ जायेगा.
जानकारी के अनुसार इमरान खान की सरकार ने तीन नवंबर को एक अधिसूचना जारी की. इस अधिसूचना के अनुसार पाकिस्तान सरकार की आर्थिक मामलों की कमेटी ने इसका मसौदा तैयार किया था. जिसके अंतर्गत गठित की गई कमेटी का गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के प्रशासनिक नियंत्रण के साथ-साथ रख-रखाव का अधिकार होगा.
इस कमेटी को पीएमयू करतारपुर साहिब नाम दिया गया है. यह एक स्व-वित्तपोषण निकाय होगी. बता दें कि बीते वर्ष बने करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन भारत की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी ने किया था. वहीं इमरान खान ने पाकिस्तान की ओर से कॉरिडोर का उद्घाटन किया था. कोरोना की वजह से भारत सरकार ने मार्च महीने से कॉरिडोर को बंद कर रखा है.
गुरुद्वारा प्रबंधन की सभी बैठकों में मौजूद रहते है ईटीपीबी के अधिकारी
पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारों साहिबान के रख-रखाव के लिए वर्ष 1996 में पीएसजीपी का गठन किया गया था. एसजीपीसी ने पाकिस्तान सरकार की इस घोषणा का कड़ा विरोध किया था. पीएसजीपीसी के गठन के बाद एसजीपीसी का पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा साहिब में दखल पूरी तरह बंद हो गया था.
पीएसजीपीसी के गठन के बाद भी ईटीपीबी का गुरुद्वारा साहिब के संचालन में पूरा दखल था. ईटीपीबी पीएसजीपीसी के अध्यक्षों व कार्यकारणी सदस्यों को मोहरा बनाकर गुरुद्वारा साहिबान का अप्रत्यक्ष रूप से संचालन करती रही है. गुरु साहिबान के प्रकाश पर्वों को लेकर पीएसजीपीसी जितनी भी बैठकें करती रही है, उसमें ईटीपीबी के अधिकारी व पदाधिकारी मौजूद होते है. पीएसजीपीसी के अध्यक्षों व कार्यकारणी सदस्यों की नियुक्ति भी ईटीपीबी द्वारा की जाती है.