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आकस्मिक राहत खाद्यान्न सामग्री वितरण की व्यवस्था
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8000 घरों के लिए आकस्मिक राहत खाद्यान्न सामग्री किट
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में हरी झंडी दिखाकर खाद्यान्न सामग्री से भरे वाहनों को किया रवाना
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जिला प्रशासन रांची ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए 10 लाख रुपए
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उपायुक्त रांची ने मुख्यमंत्री को सौंपा चेक
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जांच प्रक्रिया में करें सहयोग निर्देशों का पालन
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दूरी बनाए रखें मगर दिलों को जोड़े रखें
रांची: कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद कंटेनमेंट जोन हिंदपीढी रांची में लोगों के लिए खाद्यान्न सामग्री की व्यवस्था की गई है. क्षेत्र के 8000 घरों में आकस्मिक राहत खाद्यान्न सामग्री के वितरण की व्यवस्था जिला प्रशासन रांची के द्वारा की गई है. आज दिनांक 17 अप्रैल 2020 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हरी झंडी दिखाकर खाद्य सामग्री से भरे वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
आकस्मिक राहत खाद्यान्न सामग्री से भरे वाहनों को रवाना करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हिंदपीढ़ी क्षेत्र पूरी तरह से लॉकडाउन है लोगों का घरों से निकलना बंद है, ऐसे में किसी व्यक्ति, परिवार को खाद्यान्न की कमी ना हो, इस बात को ध्यान में रखकर हिंदपीढ़ी के करीब 8000 घरों के लिए आकस्मिक राहत खाद्यान्न सामग्री वितरण की व्यवस्था की गई है. उन्होंने राज्य के दूसरे जगहों पर भी ऐसी व्यवस्था किए जाने की बात कही.
जिला प्रशासन की रांची की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए गए 10 लाख रूपये
जिला प्रशासन रांची की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष में ₹ 10 लाख दिए गए हैं. उपायुक्त रांची राय महिमापत रे ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चेक
सौंपा. उपायुक्त रांची ने बताया पारले बिस्कुट की ओर से दो लाख बिस्किट के पैकेट और लाइफबॉय साबुन की ओर से 10 हजार साबुन भी दिए गए हैं, साथ ही कई ऐसे सामाजिक संगठन और संस्थाएं हैं. जो लोगों को राहत पहुंचाने में मदद कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुनानक स्कूल में स्थापित कंट्रोल रूम एवं वितरण के लिए पैक किए जा रहे खाद्यान्न सामग्रियों का निरीक्षण भी किया और जिले के उच्च अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
क्या-क्या है राहत सामग्री में
आकस्मिक राहत सामग्री में 15 दिनों का चावल, दाल, आलू, प्याज, सरसों का तेल चायपत्ती, चीनी, साबुन, बिस्किट, नमक, मिल्कपाउडर, हल्दी, सत्तू आदि है.